हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। यही लोकतंत्र है साहब, यहां जनता से टैक्स के रूप में वसूले गए पैसे से ही जनता के हित में विकास का बजट जारी होता है।
हालाकि वो बात अलग है कि बिजली, पानी, सड़क, इलाज, रोजगार जैसे मुद्दों से आम जनता साल भर जूझती नजर आती है। लेकिन किसे फिक्र?
एसी दफ्तर और गाड़ियों में घूमने वाली नौकरशाही और जनता के वोट से जनप्रतिनिधि कहलाने वाले हुक्मरानों के फैसले जमीन में उतरने में इतनी देर लगा देते हैं कि सिस्टम से जनता का विश्वास ही उठने लगता है।
अब देखिए ना, आज जनपद प्रभारी/ महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्य ने हल्द्वानी पहुंचकर 70 करोड 20 लाख 50 हजार धनराशि की जिला योजना का परिव्यय का अनुमोदन किया। जैसे ही यह बात आम जनता तक पहुंची तो सब विकास वाले बजट के जमीन पर उतरने का इंतजार करने लग गए।
कोई भीषण गर्मी में बिजली कटौती से परेशान है तो कोई पेयजल किल्लत से…कोई जिले की सड़कों पर लगने वाले जाम से निजात चाहता है तो कोई रोजगार की आस में बैठा है। कोई अस्पतालों में डॉक्टर और जांच मशीनें चाहता है तो कोई सरकारी स्कूलों में पर्याप्त व्यवस्थाओं की आस में बैठा है।
हालाकि बैठक में प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से दोटूक कहा कि स्थानीय लोगों की प्राथमिकता के आधार पर योजनाओं का चयन करें ताकि योजनाओं को साकार किया जा सके। यह तो वक्त ही बताएगा कि मंत्रीजी की बात का कितना असर होता है?
प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि योजनाओं का चयन करने से पूर्व जनप्रतिनिधियो से समन्वय किया जाए। उन्होंने कहा कि जिला योजना के अन्तर्गत जितने भी नये प्रस्ताव लिये जा रहे हैं, उन प्रस्तावों को निर्धारित समयावधि में पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि जिला योजना की बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा जो समस्याओं से अवगत कराया है अधिकारी उन समस्याओं का समाधान तय सीमा में करना सुनिश्चित करें।
विधायक बंशीधर भगत ने बताया कि बेस अस्पताल के डायलिसिस केन्द्र में पानी नही आने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड रहा है। जिस पर प्रभारी मंत्री ने जल संस्थान को जल संयोजन देने के निर्देश दिए।
बैठक में डीएम वंदना मौजूद नहीं थी। उन्होंने वर्चुवल प्रतिभाग कर प्रभारी मंत्री रेखा आर्या को जिला योजना के विकास कार्यो के बारे में जानकारी दी।
बताते चलें कि जिला योजना की बैठक में कुल 70 करोड,20 लाख, 50 हजार का परिव्यय अनुमोदित हुआ जिसमें विगत वर्ष के सापेक्ष 8.03 प्रतिशत की वृद्वि की गई है।
जनपद के अनुमोदित परिव्यय में सामान्य मद में 55 करोड 92 लाख 10 हजार, स्पेशल कम्पोनेंट सब प्लान (एससीएसपी) में 13 करोड 47 लाख 30 हजार तथा ट्राइबल सब प्लान में 81 लाख 10 हजार का परिव्यय अनुमोदित किया गया।
जिला योजना के अन्तर्गत कृषि विभाग को 2 करोड 50 लाख, उद्यान विभाग 4 करोड 74 लाख,पशुपालन 3 करोड 40 लाख, मत्स्य 1 करोड 15 लाख, ग्राम विकास 1 करोड 18 लाख, सिचाई 3 करोड 75 लाख, लद्यु सिंचाई 2 करोड 50 लाख, लोनिवि 9 करोड 80 लाख, पर्यटन 4 करोड 50 लाख, खेल 1 करोड 50 लाख, युवा कल्याण 5 करोड 40 लाख,चिकित्सा 3 करोड, पेयजल निगम 2 करोड, जल संस्थान 4 करोड 30 लाख,बाल विकास 1 करोड 39 लाख, आयुर्वेदिक यूनानी 1 करोड 20 लाख, माध्यमिक शिक्षा 2 करोड 50 लाख, प्राथमिक शिक्षा 2 करोड 21 लाख, उरेडा 1 करोड 14 लाख, नलकूप 2 करोड 70 लाख तथा डेरी विकास विभाग को 90 लाख की धनराशि की योजनाओं का अनुमोदन किया गया।
बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, विधायक एवं पूर्व मंत्री बंशीधर भगत, विधायक डा. मोहन बिष्ट,विधायक सरिता आर्या, उपाध्यक्ष आनंद सिंह दरम्वाल, ब्लाक प्रमुख कमलेश कैडा, रेखा रावत, गीता बिष्ट,रवि कन्याल, मुख्य विकास अधिकारी अशोक कुमार पाण्डे, नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, सीएमओ डॉ. श्वेता अग्रवाल, जिला अर्थसंख्याधिकारी मुकेश नेगी आदि रहे।