

हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। किसी ने हल्द्वानी को कुमाऊं का प्रवेश द्वार कहा तो किसी ने वीवीआईपी शहर कहा। कहता भी क्यों नहीं जिस शहर में सत्ता और विपक्ष के एक से बढ़कर एक माननीय रहते हों, उस शहर को वीवीआईपी शहर का दर्जा तो मिलना बनता ही है। ऊपर से मंडल से लेकर जिले के आलाधिकारी भी इसी हल्द्वानी में शोभायमान होते हैं।
लेकिन जो मजाल कोई आम आदमी के दुख का हाल समझे। यह बात पेयजल जैसी बुनियादी जरूरत के संदर्भ में कह रहे हैं।
इन दिनों हर साल की तरह भीषण गर्मी पड़ रही है लेकिन सिवाय एसी दफ्तरों की बैठक के सिस्टम ने कोई सुध नहीं ली। पेयजल के नाम पर शहर की तमाम सड़कें खुदी पड़ी हैं। उन गड्ढों में हिचखोले खाने के लिए हर रोज जनता मजबूर हैं। लेकिन कोई देखने वाला नहीं है।
इस बीच जो जल संस्थान और प्रशासन हल्द्वानी की आबादी को पेयजल उपलब्ध नहीं करा सका, उसने आम जनता से मनमाने दाम वसूलने वाले टैंकरों के लिए दाम फिक्स कर दिए हैं। यानि अब तक जो आम जनता पीने के पानी के लिए लुट रही थी, उसे थोड़ा मरहम लगाया गया है।
लेकिन ये बताने वाला कोई नहीं है कि जल संस्थान जब पानी मुहैय्या नहीं करा सकता तो हर महीने के हिसाब से जो बिल उपभोक्ताओं को भेजता है, वो क्यों भेजता है?
इतना ही नहीं हल्द्वानी के अधिकतर इलाकों में बिना मोटर चलाए एक बूंद पानी नहीं टपकता। ऐसे में लोगों के बिजली के बिल का अधिकतर हिस्सा भी पानी पाने की कोशिश में आ रहा है। यानि जल संस्थान और विद्युत विभाग दोनों राजस्व प्राप्ति की मौज में हैं और आम जनता बेबस और मजबूर है।
हल्द्वानी शहर और सीमावर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में निजी टैकरों द्वारा घरेलु उपयोग के लिए 500 रूपये और व्यवसायिक उपयोग के लिए 600 रूपये प्रति पेयजल टैंकर की दरों का निर्धारण कर दिया गया है।
हल्द्वानी एवं सीमावर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में निजी टैंकर स्वामियों द्वारा पेयजल टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति के दरों के निर्धारण हेतु जिलाधिकारी वंदना द्वारा समिति का गठन किया गया है।
समिति में उपजिलाधिकारी हल्द्वानी, नगर मजिस्ट्रेट,नगर आयुक्त, हल्द्वानी,अधिशासी अभियंता जलसंस्थान एवं नलकूप को नामित किया गया है।
बैठक में जिन पेयजल टैंकरों की क्षमता 3000 से 5000 लीटर है प्रति टैंकर घरेलू उपयोग हेतु 500 रूपये तथा व्यवसायिक उपयोग हेतु 600 रूपये प्रति पेयजल टैंकर की दरों का निर्धारण किया गया है।
बैठक में निजी टैंकर स्वामी मै. बसंत ट्रेडर्स गौलापार, दिनेश सिंह बोहरा चोरगलिया, योगेन्द्र सिंह, मधुरावत नवाडखेडा, मै. जांगी इन्टरप्राइजेज चोरगलिया, गोविन्द बल्लभ जांगी, बीरपाल कश्यप आदि निजी टैंकर स्वामी उपस्थित थे।




