हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। कहते हैं इरादे नेक हों और नियत साफ तो हर मुश्किल आसान हो जाती है। ऐसा ही कुछ मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के साथ भी है। समिति के इरादे और नियत उत्तराखंड के लिए साफ हैं, यही वजह है जब भी समिति के जुनूनी युवा कुछ पहल करते हैं तो समाज के हर वर्ग से मदद के हाथ खड़े हो जाते हैं।
टिहरी जनपद के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में आई आपदा के बाद सैकड़ों लोगों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। छोटे छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग तक परेशान हैं। दुख की इस घड़ी में तिनके तिनके की मदद बेसहारा लोगों के बड़े काम आ रही है। इसी क्रम में एक बार फिर मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के आवाहन पर मदद के हाथ बढ़े हैं।
मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की टीम ने टिहरी जनपद के आपदाग्रस्त क्षेत्र बूढ़ाकेदार में आपदा प्रभावितों से मुलाकात कर उनका दुःख-दर्द जाना। साथ ही उन्हें राहत सामग्री वितरित की।
टिहरी जनपद के बूढ़ाकेदार क्षेत्र के तिनगढ़, तोली सहित अन्य स्थानों पर आपदा से लोग प्रभावित हैं। आपदाग्रस्त क्षेत्र के करीब डेढ़ सौ परिवारों ने अपने घर छोड़ दिये हैं। ये सभी परिवार राजकीय इंटर कॉलेज में बनाये गए राहत शिविर में रहने को मजबूर हैं।
मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी की अगुवाई में पहुंची टीम ने आपदा प्रभावितों से बातचीत कर उनका हाल जाना।
इस दौरान हरेक पीड़ित अपने सुरक्षित भविष्य को लेकर चिंतित दिखाई दिया। बेघर हो चुके प्रभावितों के सामने पुनर्वास विस्थापन की चिंता है। इस पर सरकार को तेजी से काम करने की आवश्यकता है। सरकार को जल्द सुरक्षित स्थान पर जमीन चिन्हित कर इन सभी प्रभावितों का पुनर्वास करना चाहिए।
मूल निवास भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की टीम ने धाद संस्था की ओर से प्राप्त 150 साड़ियों और तौलिया को महिलाओं को वितरित किया।
साथ ही समून संस्था की ओर से प्राप्त 60 बच्चों के गर्म स्वेटर बच्चों को दिए गए। पहाड़ी स्वाभिमान सेना की ओर से प्राप्त दवाइयां, फर्स्टएड, दैनिक उपयोग की वस्तुएं और देवभूमि युवा संगठन की ओर से प्राप्त राशन और अन्य जरूरत का सामान बांटा गया।
समिति की ओर से प्रभावितों को भरोसा दिलाया कि आगे भी जितना संभव हो, प्रभावित परिवारों की मदद करेंगे। हम भविष्य में आपदा प्रभावित बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए काम करेंगे। आर्थिक कारणों से कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। यह हमारा वादा है।
इस सहयोग के लिए समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने विशेष तौर पर धाद संस्था के सचिव तन्मय ममगाई, समून फाउंडेशन के संस्थापक विनोद जेठूडी, पहाड़ी स्वाभिमान सेना के समन्वय पंकज उनियाल, प्रशांत कांडपाल, देवभूमि युवा संगठन के अध्यक्ष आशीष नौटियाल, बृजेश चंद्र, राष्ट्रीय जनता पॉवर के संस्थापक सुरेंद्र सिंह नेगी, समाजसेवी वंदना रावत, स्वतंत्र पत्रकार मेघा जी, कीर्ति रावत का धन्यवाद ज्ञापित किया।
साथ ही उन्होंने स्थानीय स्तर पर सहयोग हेतु प्राथमिक शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष चंद्रवीर नेगी, ब्लॉक अध्यक्ष महावीर धनियाल, शिक्षक राधाकृष्ण सेमवाल और पत्रकार शैलेन्द्र रावत का आभार जताया।