‘पंचाचूली’ गीत वाले कुमाऊंनी लोकगायक गणेश मर्ताेलिया के घर टूटा दुखों का पहाड़

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हल्द्वानी/पिथौरागढ़, प्रेस 15 न्यूज। ‘पंचाचूली’ गीत से देवभूमि उत्तराखंड के संस्कृति और संगीत प्रेमियों दिलों को छूने वाले कुमाऊंनी लोकगायक गणेश मर्ताेलिया के घर से दुखों का पहाड़ टूटा है। पिथौरागढ़ के धापा गांव में उनकी बहन और नानी की जहरीले जंगली मशरूम खाने से मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार, इन दिनों गणेश मर्ताेलिया की बहन और नानी  गांव गए हुए थे। जानकारी के अभाव में उन्होंने खेत में उगे जहरीले मशरूम खा लिए। कुछ ही देर में तबीयत बिगड़ी और उल्टी-दस्त की हालत में परिजनों ने उन्हें मुनस्यारी, पिथौरागढ़ और फिर हल्द्वानी तक करीब 250 किलोमीटर का सफर तय कर तीन अस्पतालों में भर्ती कराया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।

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गणेश मर्ताेलिया ने बताया कि उनकी बहन और नानी उनके साथ ही हल्द्वानी में रहती थीं, लेकिन नानी की तबीयत खराब होने के चलते मई में उन्हें गांव भेजा गया था। वहां यह अनहोनी हो गई। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते सही इलाज मिल पाता तो शायद दोनों की जान बच जाती।

इधर, हल्द्वानी के कटघरिया स्थित उनके आवास पर शोक की लहर है। परिजनों को सांत्वना देने वालों की भारी भीड़ जुटी रही। मंगलवार यानि आज चित्रशिला घाट पर दोनों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। गणेश के पिता विजय मर्ताेलिया जोहार से हल्द्वानी पहुंचेंगे।

हाल ही में गणेश का गीत पंचाचूली सोशल मीडिया और यूट्यूब पर धूम मचा रहा था, लेकिन अब इस दुखद हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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