अपहरण या पॉलिटिकल टूर: गोलज्यू भगवान की कसम है सच बोलना नहीं तो….

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। नैनीताल में 14 अगस्त को जिला पंचायत चुनाव के दौरान हुए अपहरण कांड का पटापेक्ष 15 अगस्त की रात उस वक्त हुआ जब पांचों लापता जिला पंचायत सदस्य वीडियो में नजर आए।

जैसे ही पांचों जिला पंचायत सदस्यों का यह वीडियो भारतीय जनता पार्टी के फेसबुक पेज से जारी हुआ तो हर कोई हैरान रह गया। जब पता चला कि पांचों जिला पंचायत सदस्यों का अपहरण नहीं बल्कि वो खुद अपनी मर्जी से घूमने गए हैं, तो हर कोई सन्न रह गया।

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प्रेस 15 न्यूज के फेसबुक पेज पर पल भर में वीडियो वायरल हुआ जिसके बाद अधिकतर लोगों ने पांचों जिला पंचायत सदस्यों को जमकर कोसा। ओखलकांडा, भीमताल समेत नैनीताल और उत्तराखंड के कोने कोने से लोगों के कमेंट की बाढ़ आ गई। लोग पूछने लगे कि आखिर जिनको जिला पंचायत सदस्य बनाकर क्षेत्र के लोगों ने चुना वो इतने गैर जिम्मेदार कैसे हो सकते हैं?

एक बार के लिए डीकर सिंह मेवाड़ी की ही बात का भरोसा कर लें तो ठीक चुनाव के दिन कोई घूमने कैसे जा सकता है? आखिर किस दबाव में जिला पंचायत सदस्य डीकर सिंह मेवाड़ी ने यह वीडियो जारी किया? ऐसे तमाम सवाल हैं जो इन पांचों जिला पंचायत सदस्यों से लोग पूछना चाहते हैं।

एक यूजर्स ने लिखा कि घूमने का तरीका बड़ा शानदार था सीखो कुछ घूमने का तरीका अब उत्तराखंड में ऐसे घुमा जाता है। मेवाड़ी भाई पेंट तो ठीक कर लेते घूमने गए जब।

एक यूजर ने लिखा कि डरो मत सच्चाई बया करो, अपने क्षेत्र की जनता को गुमराह मत करो।जिन्होंने आप लोगों को उम्मीद से चुना है।

एक युवा ने लिखा कि डीकर सिंह मेवाड़ी आप से ये उम्मीद नहीं थी, आप का ही वीडियो वायरल हुआ है और आप ही कह रहे हो कि घूमने गए हैं।

एक सज्जन ने लिखा कि गोलज्यू भगवान घोड़ाखाल की कसम है आपको सच बोलना नहीं तो आपके परिवार का कभी भला नहीं होगा सब कुछ यही रह जाएगा कलयुग में गोलज्यू भगवान ही न्याय के देवता है ध्यान रहे।

इसी तरह न जाने कितने ही कमेंट उस वीडियो के नीचे आए जिसमें जिला पंचायत सदस्य डीकर सिंह मेवाड़ी अपने चार अन्य साथियों के साथ छुट्टियां मना रहे थे।

इससे पहले 15 अगस्त की सुबह से शाम तक लाखन सिंह नेगी समेत कांग्रेस के तमाम नेता एसएसपी कार्यालय के बाहर जमे रहे। जिले में बदहाल कानून व्यवस्था के लिए एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा को जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी बर्खास्तगी और लापता सदस्यों को घर पहुंचाने की मांग थी। हालांकि इस दौरान एसएसपी के दीदार तो नहीं हुए लेकिन मौके पर मौजूद एसपी प्रकाश चंद ने उन्हें शाम तक पांचों सदस्यों के घर पहुंचने का भरोसा दिया जिसके बाद कांग्रेस का प्रदर्शन खत्म हुआ।

नैनीताल के जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के दौरान कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं पर तलवारों और पिस्टलों के दम पर कांग्रेस जिला पंचायत सदस्यों का अपहरण करने का आरोप लगाया था। आरोपों के अनुसार ये सभी सदस्य कांग्रेस के दूसरे चुने हुए सदस्यों के साथ वोटिंग के लिए बस में जा रहे थे।

उत्तराखंड के नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव वाले दिन पांच कांग्रेस सदस्यों के कथित अपहरण मामले में शुक्रवार को उस वक्त नया मोड़ आ गया, जब लापता हुए पांचों जिला पंचायत सदस्यों ने एक वीडियो जारी कर स्वेच्छा से मतदान से किनारा करने की बात कही।

⁠वीडियो में सदस्यों ने कहा कि हमारा अपहरण नहीं हुआ, बल्कि हम अपनी मर्जी से गए थे। इन सदस्यों का यह वीडियो तब सामने आया, जब पुलिस ने इस मामले में सख्ती दिखाते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, भाजपा प्रत्याशी के पति आनंद दर्मवाल समेत 11 नामजद और 15 से 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने यह कार्रवाई जिपं अध्यक्ष प्रत्याशी पुष्पा नेगी, सदस्य जीशांत कुमार और दो अन्य सदस्यों के परिजनों की तहरीर पर एक्शन लेते हुए की।

वीडियो में जिला पंचायत सदस्य डिकर सिंह मेवाड़ी पहले अपना और फिर एक-एक करके अन्य सभी जिला पंचायत सदस्यों का परिचय देते हुए कहते हैं, हम अपनी मर्जी से, स्वयं की इच्छा से घूमने निकले हैं। लेकिन हमने सोशल मीडिया और अन्य जगहों पर हमने देखा तो कि कहीं ना कहीं हमारे अपहरण की अफवाहें उड़ाई जा रही हैं, जो कहीं ना कहीं निंदनीय है और हम इसकी घोर निंदा करते हैं।

साथ ही हम सभी क्षेत्रवासियों से और अपने परिजनों से निवेदन करते हैं कि हम लोग सभी लोग स्वेच्छा से घूमने आए हैं और हम सभी सुरक्षित हैं और हम जल्द ही आप सबके बीच आ करके सरकार के सहयोग से अपने क्षेत्र के विकास में अग्रसर होंगे।

इससे एक दिन पहले गुरुवार को हुए इस चुनाव के दौरान पुलिस की मौजूदगी में मतदान स्थल से कुछ ही दूरी पर कांग्रेस सदस्यों डिकर सिंह मेवाड़ी, प्रमोद सिंह, तरुण कुमार शर्मा, दीप सिंह बिष्ट और विपिन सिंह को कुछ लोगों ने जबरन उठा लिया था। इस घटना को लेकर कांग्रेस ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर खुलेआम गुंडागर्दी करते हुए अपहरण करने का आरोप लगाया था।

घटना के बाद कांग्रेस ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट में सुनवाई के बाद तल्लीताल पुलिस ने एसआई सतीश उपाध्याय की तहरीर पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपहरण और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।

देर रात, पुष्पा नेगी, सदस्य जीशांत कुमार, सदस्य प्रमोद कोटलिया के भाई विनोद कोटलिया और डिकर मेवाड़ी के साले आशीष गौनिया की ओर से अलग-अलग तहरीरें देकर भाजपा से जुड़े कार्यकर्ताओं और अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया।

एसओ रमेश सिंह बोरा के अनुसार, इस सिलसिले में आरोपियों आनंद सिंह दर्मवाल, शंकर कोरंगा, प्रताप बिष्ट, चतुर बोरा, प्रमोद बोरा, प्रखर साह, बीबी भाकुनी, विशाल नेगी, पंकज नेगी, शुभम दर्मवाल, कोमल दर्मवाल सहित 10 से 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 191(2), 140(3), 115(2), 352, 351(3), 74, 62 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इधर मुकदमा दर्ज होते ही लापता पांचों जिला पंचायत सदस्यों ने स्वेच्छा से मतदान से किनारा करने की बात कही है। उनका कहना है कि वे सरकार के साथ मिलकर क्षेत्र का विकास करेंगे।

इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस ने नैनीताल के जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के दौरान बीजेपी नेताओं पर तलवारों और पिस्टलों की नोक पर 6 कांग्रेस जिला पंचायत सदस्यों का अपहरण करने का आरोप लगाया था।

वहीं, जैसे ही कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने एसएसपी का दफ्तर छोड़ा तो भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में हल्द्वानी कोतवाली में एसपी सिटी से मिलकर 14 अगस्त को नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में कांग्रेस पार्टी द्वारा की गई मारपीट, अभद्रता तथा जिला पंचायत सदस्यों को गायब करने की नामजद शिकायत जो कि भारतीय जनता पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी दीपा दर्मवाल द्वारा तल्लीताल थाने में लिखाई गई थी जिसमें नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या, विधायक सुमित हृदयेश, विधायक भुवन कापड़ी और पूर्व विधायक संजीव आर्या के नाम सम्मलित थे परन्तु पुलिस द्वारा अभी तक इनके खिलाफ कोई मुकदमा पंजीकृत नही किया गया है।

साथ ही उनके द्वारा कहा गया कि कांग्रेस पार्टी इस प्रकरण में बेवजह राजनीति कर भारतीय जनता पार्टी और प्रदेश सरकार को बदनाम करने का काम कर रही है और पुलिस प्रशासन पर अनावश्यक दबाव बनाकर पुलिस की छवि धूमिल करने का काम कर रही है जबकि इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर ऐसे प्रत्याशी का समर्थन कर रही है जिनके पति लाखन नेगी पर नैनीताल के विभिन्न थानों में 12 से अधिक अपराधिक मामले दर्ज हैं।

भाजपाइयों ने पुलिस प्रशासन से इस पूरे मामले पर निष्पक्ष कार्यवाही करने का आग्रह किया। इस दौरान विधायक भीमताल राम सिंह कैड़ा, विधायक रामनगर दीवान सिंह बिष्ट, हल्द्वानी मेयर गजराज सिंह बिष्ट, पूर्व मेयर जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, प्रदेश सह-कोषाध्यक्ष साकेत अग्रवाल, पूर्व दर्जा राज्य मंत्री तरूण बंसल, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत, भाजपा नेता महेश शर्मा, जिला महामंत्री नवीन भट्ट, जिला महामंत्री रंजन बर्गली, महिला मोर्चा अध्यक्ष अलका जीना, अनुसूचित मोर्चा अध्यक्ष भुवन आर्या समेत पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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