हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। यह खबर महज एक खबर नहीं है। बल्कि हल्द्वानी और नैनीताल जिले के तमाम माता पिता की आंख खोलने के लिए एक अलर्ट है। अपने बच्चों पर भी नजर रखिए, खासतौर पर उन पर जो स्कूल, कॉलेज और पढ़ाई, नौकरी के चलते घर की दहलीज लांघ रहे हैं।
देखें वीडियो: SSP Nainital की माता पिता से अपील👇👇👇👇👇👇👇👇👇
आपके कलेजे के टुकड़े कब स्मैक, नशे के इंजेक्शन की लत में बर्बाद हो जाएंगे आपको खबर भी नहीं लगेगी। यह ज्ञान आपको सिर्फ इसलिए दे रहे हैं ताकि बाद में आप यह न कहें आपको तो पता ही नहीं चला।
दरअसल, जिस तेजी से हल्द्वानी, नैनीताल से होते हुए पहाड़ में नशा माफिया के पैर पसर रहे हैं, उससे साफ है कि कहीं न कहीं युवाओं का भविष्य गर्त में धंसता जा रहा है। खासकर वो युवा जिनके माता पिता उन्हें पैदा करने के बाद संस्कारों की परवरिश देना भूल गए हैं। इन माता पिता का पूरा ध्यान और समय जैसे तैसे पैसा कमाने में है। ऐसे में बच्चे क्या कर रहे हैं, किस लत में पड़ रहे हैं, इन्हें कोई खबर नहीं।
यही वजह है कि क्या हल्द्वानी क्या पहाड़पानी सब जगह आज स्मैक और नशे के इंजेक्शन खप रहे हैं। पुलिस को जो करना है, जैसे करना है, वह कर रही है। लेकिन अपने बच्चों को कैसे बचाना है यह तय आप कीजिए।
आज एसओजी की टीम ने बिलासपुर और बरेली से स्मैक लाकर हल्द्वानी, नैनीताल में ठिकाने लगाने वाले वाले नशे के सौदागर किच्छा निवासी जसवंत सिंह पुत्र जीत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
एसओजी टीम ने लालकुआं के सुभाष नगर बैरियर में चैकिंग के दौरान वाहन संख्या यूके-01 बीजी-1896 को रोककर चेक किया। बाइक सवार जसवंत सिंह के कब्जे से 122.26 ग्राम अवैध स्मैक बरामद कर गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त के खिलाफ कोतवाली लालकुआं में धारा 8/21/60 एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पूछताछ में अभियुक्त जसवंत सिंह ने बताया कि उसने यह स्मैक अफरोज निवासी बिलासपुर, उत्तर प्रदेश से खरीदी थी। इतना ही नहीं पूछताछ में जब आरोपी से पूछा गया कि आखिर वो इस धंधे में क्यों कूदा तो उसने बताया कि वह विदेश जाना चाहता था। उसे ठीक ठाक पैसों की जरूरत थी। ऐसे में स्मैक से बेहतर शॉर्टकट उसे नजर नहीं आया।
आज भी जो 122.26 ग्राम स्मैक एसओजी ने पकड़ी है, उसकी कीमत करीब 3668700 रुपए बताई जा रही है। ऐसे में अगर आरोपी जसवंत सिंह आज यह स्मैक खपाने में कामयाब हो जाता तो यकीनन वो विदेश तो घूम ही आता।
पुलिस सूत्रों की मानें तो लंबे समय से जसवंत सिंह स्मैक सप्लाई कर रहा था। लेकिन हर बार वो शातिर दिमाग से बच निकलता था। कई बार एसओजी ने उसे पकड़ा भी लेकिन हर बार उसकी जेब खाली निकली। लेकिन उसका फोन सर्विलांस में लगा रहा।
शॉर्टकट में अमीर बनने का ख्वाब देखने वाला जसवंत इतना शातिर था कि जब वह विलासपुर से स्मैक लेकर हल्द्वानी की तरफ आता था तो बीच बीच में अपना फोन स्विच ऑफ कर लेता था, ताकि वो मोबाइल लोकेशन से पकड़ा न जा सके। लेकिन इस बार शातिर जसवंत सिंह की चालाकी धरी की धरी रह गई।
पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी स्मैक तस्कर जसवंत सिंह विदेश के नाम पर सऊदी अरब और मलेशिया जाना चाहता था। उसका सपना वहां जाकर मोटा पैसा छापने का था लेकिन एसओजी ने उसके प्लान में पानी फेर दिया।
अगर आरोपी के परिजन और अधिवक्ता दमदार पैरवी भी करें तो तब भी दो से ढाई महीने आरोपी का जेल में रहना तय है। यानी सपना था विदेश जाने का और वाया लालकुआं जेल का टिकट कन्फर्म हो गया।