EXCLUSIVE: हल्द्वानी में शातिर ‘बांसुरीधारी’ आपका इंडेन सिलिंडर कर रहे हल्का, तभी तो आप कहते हैं इस बार गैस जल्दी खत्म हो गई 

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। आप हल्द्वानी शहर या ग्रामीण क्षेत्र के किसी भी कोने में रहते हों, अगर आपके घर की रसोई में इंडेन सिलिंडर पहुंचता है तो यह खबर आपके लिए ही है।

इंडेन इंडेन का शोर मचाते छोटे हाथी/ विक्रम में सवार जब हल्द्वानी गैस सर्विस के ‘ बांसुरीधारी’ आपकी गली या कॉलोनी से गुजरते हैं तो आप फौरन अपना खाली सिलिंडर इनके पास ले आते हैं।

बुकिंग की एंट्री और पैसे थमाने के बाद सिलिंडर के ढेर के बीच खड़ा एक बांसुरीधारी झट से सड़क पर पटकते हुए एक सिलिंडर आपको थमा देता है। आप उससे कहते हैं भैय्या अच्छा वाला सिलेंडर देना, गैस पूरी तो है ना इसमें…

जवाब में बांसुरीधारी और छोटा हाथी के आगे की सीट में सवार शातिर आपसे कहते हैं… अरे सर कैसी बात कर दी, पूरा वजन है, आप जहां मर्जी वहां तुलवा लो, गैस पूरी निकलेगी। आप तो हमें जानते ही हैं। इसके बाद आप सिलिंडर रसोई में पहुंचाकर सुकून वाली सांस भरते हुए दूसरे कामों में व्यस्त हो जाते हैं।

लेकिन क्या आपको पता है कि जो सिलिंडर पूरे दाम चुकाकर आपने अपनी रसोई में पहुंचाया है, उसमें चार से पांच किलो तक गैस कम है। अब आप कहेंगे आखिर सील लगे सिलिंडर में यह गैस चोरी किसने की? तो जवाब है बांसुरीधारी…

जी हां, ये वही बांसुरीधारी है जिसे आप इंडेन सिलिंडर से लदी किसी भी गाड़ी के ऊपर बैठे और खड़े हर रोज देखते हैं। आपको क्या लगता है यह बांसुरीधारी आपकी खातिर धूप, बरसात, जाड़े के मौसम में सिलिंडरों के बीच तपस्या करता है?

यही आपकी और पूरे शहर में लाखों इंडेन उपभोक्ताओं की सबसे बड़ी भूल है। आप सोच रहे होंगे आखिर ये बांसुरीधारी क्या बला है।

तो अब जान ही लीजिए, दरअसल, ये बांसुरीधारी कोई और नहीं आपके 14.200 किलो ग्राम गैस के वजन वाले सिलिंडर को 9 से 10 किलोग्राम करने का काम करता है।

हल्द्वानी में इंडेन के बांसुरीधारी दिनदहाड़े आपके 29 किलो के सिलिंडर को  मिनटों में 25 किलो का बना देते हैं।

यानी आप जो हर महीने कहते हैं ना यार इस बार सिलिंडर बड़ा कम चला…तो आपके सिलिंडर की गैस चोरने वाला यही बांसुरीधारी होता है। चलती गाड़ी में सिलिंडरों के बीच खड़े होकर एक खाली सिलिंडर को एक या दो भरे सिलिंडरों से गैस चोरकर भरने का जोखिम भरा काम हर रोज डंके की चोट पर यही बांसुरीधारी करता है।

अब आप कहेंगे आखिर इंडेन के इन चोरों को हम बांसुरीधारी क्यों कह रहे हैं। दरअसल एक खाली सिलिंडर को दो भरे सिलिंडरों से गैस चोर कर भरने में ये शातिर जिस यंत्र का इस्तेमाल करते हैं, उस धातु की नली को कोड वर्ड में बांसुरी कहते हैं। यानी बांसुरी लगाई और कुछ ही मिनटों में एक सिलिंडर से 3 से चार किलो गैस साफ…

अब आप कहेंगे हल्द्वानी जैसे शहर में ये इंडेन के शातिर आखिर कैसे इतनी दबंगई के साथ गैस चोरी का धंधा बेखौफ होकर चला रहे हैं? क्या कुमाऊं मंडल विकास निगम के अधीन संचालित होने वाली हल्द्वानी गैस सर्विस के किसी भी जिम्मेदार अधिकारी को इस गैस चोरी के गिरोह की खबर नहीं है?

क्या कुमाऊं मंडल विकास निगम के प्रबंध निदेशक से लेकर महाप्रबंधक को यह पता नहीं है कि हर रोज हल्द्वानी ही नहीं पूरे जिले के लोग गैस चोरों के इस गिरोह का शिकार बन रहे हैं?

तो जवाब भी गौर से सुन लीजिए। हल्द्वानी समेत जिलेभर में इंडेन गैस सिलेंडरों से लदी गाड़ियों में घूमने वाले इन बांसुरीधारियों या यूं कहें गैस चोरों के बारे में इंडेन गैस एजेंसी के मैनेजर से लेकर कुमाऊं मंडल विकास निगम के एमडी और जीएम तक को जानकारी रहती है लेकिन कोई सिस्टम को सुधारने की जहमत नहीं उठाता।

इसके पीछे की वजह भी साफ है। दरअसल जब सिलिंडर लेने वाला उपभोक्ता ही चुपचाप कम वजन वाला सिलेंडर लेकर चैन की बंशी बजाता है तो फिर क्यों खामखां अधिकारी बीच में पड़ें।

जब उपभोक्ता ही जागरूक नहीं तो अधिकारियों ने थोड़े ही सिस्टम सुधारने का ठेका लिया है। यह भारत देश अकेला इन जिम्मेदार अधिकारियों की वजह से ही महान नहीं बना है , यह महान अपने हक के लिए आवाज न उठाने वाली निकम्मी जनता की वजह से भी है। जिन्हें इस बात से मतलब ही नहीं रहता कि इंडेन सिलिंडर बांटने के नाम पर कुछ अपराधी उन्हें पूरे पैसे लेकर कम वजन का सिलिंडर थमा रहे हैं।

यही वजह है कि हल्द्वानी गैस सर्विस की ओर से प्राइवेट ठेकदारों द्वारा लाखों उपभोक्ताओं को बांटी जाने इंडेन गैस वर्षों से घटतौली का शिकार है। कितने ही गैस एजेंसी प्रबंधक आए, सभी नौकरी कर चलते बने।

केएमवीएन में कितने ही जीएम, एमडी आए, सब यूं ही चलते बने। नैनीताल जिले में कितने ही डीएम, हल्द्वानी में कितने ही एसडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट आए लेकिन इंडेन गैस सिलेंडरों में गैस चोरी के इस गिरोह की बुनियाद तक नहीं हिला पाए। नतीजा आज आपके सामने है। आज गैस चोरी करना इंडेन डिलीवरी सिस्टम का दैनिक कार्य बन चुका है।

यकीन न हो तो सुबह से दोपहर के बीच सड़क पर फर्राटा भरते किसी भी इंडेन के वाहन को देख लीजिएगा, आपको सिलिंडरों के बीच खड़ा एक बांसुरीधारी शातिर जरूर मिल जाएगा, जिसका काम शीशमहल गोदाम से ग्राहक के घर तक घटतौली करना ही होता है।

राजपुरा में सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत साहू की मौजूदगी में घटतौली  वाले इंडेन सिलिंडर का वजन करते  विधिक माप विज्ञान विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक।

आज हल्द्वानी के राजेंद्रनगर राजपुरा निवासी  जागरूक उपभोक्ता की वजह से हल्द्वानी गैस सर्विस के एक ऐसे ही बांसुरीधारी घटतौलीबाज की करतूत बेनकाब हुई।

मंगलवार सुबह करीब 11 बजे सामाजिक कार्यकर्ता हेमन्त साहू की जानकारी में आया कि राजेन्द्र नगर वार्ड 12 निवासी बीना देवी के घर जो इंडेन का सिलिंडर पहुंचा है, उसका वजन कम प्रतीत हो रहा है।

फिर क्या था हेमंत ने अपने चिर परिचित अंदाज में फौरन सिटी मजिस्ट्रेट को फोन मिला दिया और गैस घटतौली की शिकायत की। सिटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर कुछ ही देर में विधिक माप विज्ञान विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक भी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए।

अधिकारियों की देखरेख में जब सिलेंडर का वजन किया तो करीब 4 किलो गैस कम निकली। जिसके बाद वरिष्ठ निरीक्षक ने सिलिंडर को कब्जे में लिया और हल्द्वानी गैस सर्विस के मैनेजर भरत खाती को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।

इसी के साथ खबर समाप्त…कल कुछ अखबारों में यह खबर आपको छपी दिख जाएगी। और फिर हर रोज की तरह अधिकारियों की शह पर इंडेन के लुटेरों का यह गैंग पूरी तल्लीनता से गैस चोरी के काम में लग जाएगा।

ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपके घर भी पूरे वजन वाला 14. 200 किलो ग्राम वजन वाला सिलिंडर पहुंचे तो राजपुरा के हेमंत साहू जैसा जागरूक नागरिक बनिए। जब भी अंदेशा हो कि इंडेन सिलिंडर में गैस कम है तो फौरन जागरूकता दिखाकर इंडेन के इन लुटेरों को बेनकाब करने को आगे आइए।

यकीन मानिए जब तक इंडेन उपभोक्ता की हैसियत से हल्द्वानी का हर एक नागरिक आवाज नहीं उठाएगा तब तक गैस चोरी का यह नेटवर्क शहर में यूं ही बदस्तूर जारी रहेगा।

अगली खबर में आपका पसंदीदा डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म Press 15 news आपको यह भी बताएगा कि आखिर कुमाऊं मंडल विकास निगम की ओर से नियुक्त ठेकेदार की मनमानी हल्द्वानी के लाखों इंडेन उपभोक्ताओं पर क्यों हावी रहती है?

और ठेकेदार का बांसुरीधारी शातिर डिलीवरी गैंग क्यों चलती सड़क पर डंके की चोट पर गैस घटतौली को अंजाम देता है?

यह भी बताएंगे कि इंडेन के शीशमहल गोदाम में हर रोज क्या खेल चलता है? यह भी कि आखिर सब कुछ जानते हुए भी केएमवीएन के जिम्मेदार अधिकारी और हल्द्वानी गैस सर्विस के मैनेजर चुप क्यों रहते हैं?

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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