हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। इन दिनों उत्तराखंड में एक तरफ भारी बारिश का दौर है तो वहीं कांवड़ यात्रा भी जोरशोर से चल रही है। ऐसे में पुलिस पर आपदा बचाव कार्यों के साथ कांवड़ ड्यूटी और रुटीन के कामों का भी दबाव है।
ऐसे वक्त में खन्सयू क्षेत्र के सुवाकोट पोखरी गांव निवासी विक्रम सिंह के दिमाग में गजब की शरारत सूझी। शराब के नशे में विक्रम ने इमरजेंसी सेवा 112 डायल कर पुलिस को गांव में बबाल और खुद पर चाकू से हमले की झूठी सूचना दे दी।
विक्रम को लगा था कि पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं लेगी। लेकिन शराब के नशे में चूर विक्रम का यह वहम नैनीताल पुलिस ने चंद मिनटों में ही चकनाचूर कर दिया।
जैसे ही डायल 112 पर विक्रम सिंह की सूचना मिली तो खन्सयू पुलिस तत्काल मौके के लिए रवाना हो गई। जब मौके पर पुलिस ने पड़ताल की तो पाया कि विक्रम सिंह ने फिरकी ली है। यानी गांव में बबाल और चाकू से हमले की कहानी झूठी थी।
फिर क्या था, खन्सयू पुलिस ने विक्रम सिंह की अच्छे से खबर ली। उसे ऐसे समझाया कि अब वह पैदल दौड़कर थाने में शिकायत करने भले आ जाएगा लेकिन 112 नंबर भूलकर भी डायल नहीं करेगा।
पुलिस ने जब विक्रम से इस शरारत के बारे में पूछा तो उसने बताया कि घर में लेंटर पड़ा था। इस दौरान खुशी में शराब पी ली थी। तभी दिमाग में पुलिस से मसखरी करने की सूझी और 112 डायल कर झूठी सूचना दे दी।
इमरजेंसी सेवा पर गलत सूचना देने और पुलिस को गुमराह करने का विक्रम सिंह को यह इनाम मिला कि उस पर धारा 83 पुलिस अधिनियम के अंतर्गत ₹10,000 के कोर्ट चालान की कार्रवाई हो गई। यानी शराब के बोतल से महंगी पुलिस से मसखरी पड़ गई।