हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। नेताजी कब तक दमुवाढूंगा की जनता को भरमाते रहोगे? आखिर कब तक…कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने गुरुवार को कुछ इसी अंदाज में फिर कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत को निशाने पर लिया।
दीपक बल्यूटिया ने कहा कि उनके द्वारा जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के मालिकाना हक के लिए दायर जनहित याचिका से भाजपा बैकफुट में आ गई है।
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यही वजह है कि आज अपनी ही सरकार के निर्णय के खिलाफ कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत से मुख्यमंत्री से मिलने पहुंच गए। और सरकार से जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के मालिकाना हक पर भाजपा सरकार द्वारा लगाई रोक वापस लेने की मांग कर डाली।
दीपक बल्यूटिया ने कहा कि भाजपा नेता नगर निगम के चुनाव सामने देख घबरा गए और खुद को जनता का हितेषी जताने के चक्कर में अपनी ही सरकार के निर्णय के खिलाफ मुख्यमंत्री से मिलने पहुंच गए।
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बल्यूटिया ने कहा कि ये पब्लिक है सब जानती कि किसने 2016 में मालिकाना छीनने का काम किया और कौन उनकी लड़ाई कोर्ट में लड़ रहा है। जनता आगामी नगर निकाय चुनाव में भाजपा को हराकर इसका हिसाब चुकता कर देगी।
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बल्यूटिया ने कहा कि जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के लोगों को मालिकाना हक दिलाने के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार में 20 दिसंबर, 2016 को सर्वेक्षण एवं अभिलेख संक्रियाएं सम्पादित करने के लिए एक अधिसूचना जारी की गई थी जिस पर 13 मई 2020 को तत्कालीन भाजपा सरकार ने रोक लगा दी थी जिससे जवाहर ज्योति दमुवाढूँगा के वासियों को मालिकाना हक मिलने की उम्मीद टूट गई थी।
बल्यूटिया ने बताया कि उन्होंने जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के वासियों को उनके मालिकाना हक के अधिकार की लड़ाई लड़ी व मशाल जुलूस, पदयात्रा, हैंडबिल बांटकर सरकार से जनविरोधी निर्णय वापस लेने को दबाव बनाया बावजूद इसके भाजपा सरकार के कान में जूँ भी नहीं रैंगी। अंततः विवश होकर भाजपा सरकार के निर्णय के खिलाफ उनको उच्च न्यायालय की शरण में जाना पड़ा।
जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के मालिकाना हक का प्रकरण 2021 से माननीय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। 16 जुलाई, 2024 को माननीय उच्च न्यायालय द्वारा नगर निगम हल्द्वानी को दो सप्ताह में जवाब देने को कहा। दो हफ्ते 30 जुलाई को पूरा हो गए बावजूद इसके नगर निगम ने जवाब दाखिल नहीं किया।