हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। तय मानिए जिस तेजी से आज के वक्त में फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और सोशल मीडिया के दूसरे मंचों पर रातों रात प्रसिद्धि और राजस्व पाने वालों की होड़ मची है, वो दिन दूर नहीं जब गली मोहल्लों में वो अस्पताल भी खुलेंगे जो लोगों को इस बीमारी से आजाद कराने का दावा करेंगे।
आज रील बनाने और देखने वालों की तादाद जिस तेजी से बढ़ रही है वो दिन दूर नहीं जब मोबाइल की लत छुड़ाने वाले अस्पतालों में एम्स दिल्ली और ऋषिकेश जैसी वेटिंग होगी। इसके रुझान हल्द्वानी के साथ साथ देश के दूसरे शहर इलाकों से आने भी लगे हैं। यह बात सिर्फ यूं ही नहीं लिख रहे हैं बल्कि पूरी जिम्मेदारी से कह रहे हैं।
तय मानिए अगर युवाओं की रचनात्मकता यूं ही शॉर्टकट में पैसा और प्रसिद्धि पाने के लिए आतुर होगी तो यह बेहतर समाज के बजाय अविकसित और अर्धविकसित मस्तिष्कों का निर्माण करेगी। जिसकी नजर में मानवीय मूल्य और समाज की उपयोगिता सिर्फ इतनी भर रहेगी कि उन्हें उनकी रील या वीडियो में लाइक कमेंट चाहिए।
ये आज का सच है कि अगर आपके मोबाइल से बना कोई वीडियो वायरल यानी किसी बीमारी की तरह जन जन तक फैल गया और ये सिलसिला आपने पूरी टेक्निकल तैयारी के साथ कायम रखा तो सोशल मीडिया के विभिन्न मंच आपको राजस्व की प्राप्ति करा देते हैं।
यही राजस्व प्राप्ति की आस आज समाज में ऐसे ऐसे हुड़दंगियों को जन्म दे रही है जो लाइक्स, फॉलोअर और सब्सक्राइबर पाने के लिए हर हद पार करने से नहीं चूक रहे हैं। ये कहानी हर गांव शहर की हो चली है। जहां नहीं है समझिए वहां मोबाइल के नेटवर्क कमजोर हैं।
अब ताजा मामला भी जान लीजिए। हल्द्वानी की नैनीताल रोड क्या हुई मानो यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले बाइक और कार सवारों की ऐशगाह बन गई। जिसका मन हुआ वही खुद को तुर्रम बनने निकल पड़ रहा है मानो यह सार्वजनिक सड़क न हुई खाला का घर हो। उन्हें लग रहा है कोई उनका क्या बिगाड़ लेगा। और पुलिस तो क्या ही उन्हें ढूंढ पाएगी।
लगता है ये बिगड़ैल हल्द्वानी की सड़कों पर पुलिस का परफॉर्मेंस देखकर ऐसा आंकलन करते होंगे। इन्हें लगता होगा जो पुलिस हल्द्वानी में स्मैक, चरस, इंजेक्शन वाले नशा माफिया से लेकर भू माफिया, चेन स्नेचर को नहीं पकड़ पाती, जिसकी वजह से पूरा शहर खोखला हो रहा है, वो पुलिस इन्हें क्या ही पकड़ेगी।
वैसे भी जब से हल्द्वानी में रहने वाले लोगों ने बीते दिनों हल्द्वानी पहुंचे राज्य के कार्यवाहक डीआईजी अभिनव कुमार का वो बयान सुना है जिसमें उन्होंने कहा था कि नशे का कारोबार पुलिस को मिलीभगत के बिना संभव नहीं है, तबसे उन्हें हल्द्वानी के थाना चौकी प्रभारियों पर पूरा यकीन हो चला है। खैर, ये बात फिर कभी वरना खामखां मुख्य खबर से भटक जाएंगे।
हल्द्वानी में रहने वाले शोहदों और खानाखराब टाइप के मानुषों की यही सबसे बड़ी भूल साबित हो रही है कि पुलिस कुछ नहीं कर सकती। उन्हें याद रखना चाहिए कि जिस तरह से ये लफंगे सोशल मीडिया में सक्रिय हैं ठीक वैसे ही हमारी पुलिस भी सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स में सक्रिय है।
इतना ही नहीं कई फेक आईडीधारी (इनकी प्रोफ़ाइल फोटो या डीपी में आपको किसी भगवान या फूल पत्ती नजर आएंगे) ऐसे ऐसे तुर्रम भी मैदान में हैं जो पुलिस के हरकदम सारथी हैं।
यही वजह है हल्द्वानी की सड़कों पर वायरल होने वाले खानाखराबों के कारनामे फौरन पुलिस की पकड़ में आ रहे हैं। और जो नहीं आ रहे हैं उन्हें पुलिस तक पहुंचाने वाले तथाकथित समाजसेवी (मुखबिर) भी हल्द्वानी में कम नहीं हैं।
बीते रोज नैनीताल रोड पर कमीज खोलकर महंगी बाइक में सवार होकर खुद को बॉलीवुड स्टार सलमान खान समझने की गलती रीठासाहिब क्षेत्र के गांव तोला रैकूनी निवासी श्याम सिंह को महंगी पड़ गई।
महंगी बाइक FZ15 UK04AN 5723 में सवार श्याम सिंह के स्टंट का वीडियो वायरल होने के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने उसे खोजने में ताकत झोंक दी।
पता चला कि इंस्टाग्राम और फेसबुक पर लाइक्स और फॉलोअर पाने के चक्कर में श्याम सिंह ने कमीज खोलकर बाइक से स्टंट किए। जिसके बाद पुलिस ने मोटर वाहन अधिनियम की धाराओं में बाइक सीज कर दी। इतना ही नहीं आरोपी श्याम सिंह को दोबारा ऐसी गलती न करने की शपथ भी दिलवाई।
फिलहाल एक बार हमेशा की तरह नैनीताल पुलिस ने युवाओं से अपील की है कि वे यातायात नियमो का पालन करें। नशे में वाहन न चलाएं और स्टंटबाजी न करें, मर्यादा में रहें।
नियमों का पालन करें जिससे स्वयं भी सुरक्षित रहेंगे और सड़क पर चलने वाले अन्य व्यक्ति / चालक भी सुरक्षित रहेंगे। खतरनाक करतब (स्टंट) आपको अस्पताल के साथ साथ जेल भी भेज सकता है।