हल्द्वानी, प्रेस15 न्यूज। विभिन्न सामाजिक राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोगों के संयुक्त रूप से गठित कौमी एकता मंच ने सोमवार को एसपी सिटी प्रकाश चंद्र को ज्ञापन सौंपा। एसएसपी के नाम संबोधित ज्ञापन में प्रतिनिधिमंडल ने कमलुआगांजा से लेकर कठघरिया क्षेत्र में मुस्लिम दुकानदारों को धमकी देकर सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने और पीड़ितों को सुरक्षा प्रदान करने मांग की। एसपी सिटी ने तत्काल कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है।
ज्ञापन में कहा गया है कि उन्मादी भीड़ को इकठ्ठा करने और उसका नेतृत्व कर धमकाने वाले के रूप में कमलुआगांजा निवासी विपिन पांडे का नाम सामने आ रहा है जो कि भारतीय जनता युवा मोर्चा का पदाधिकारी है। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ अभी तक कोई पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं की गई है? जबकि पिछले साल कमलुआगांजा में गौवंश के साथ अप्राकृतिक कृत्य के फर्जी मामले के उठने के बाद हुए बवाल में भी विपिन पांडे की भूमिका रही। इस तरह के तत्वों द्वारा जिस प्रकार हल्द्वानी शहर के माहौल को बिगाड़ने की लगातार कोशिश की जा रही है उससे शांतिप्रिय लोग काफी चिंतित हैं।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि आठ फरवरी को हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई अफसोसजनक हिंसा की घटना के दिन से ही कमलुआगांजा, कठघरिया आदि क्षेत्रों में मुस्लिम दुकानदारों की दुकानों पर हमला, आगजनी, पथराव, जुलुस निकालकर कुछ लोगों द्वारा लगातार आतंकित किया जा रहा है। अल्पसंख्यक दुकानदारों को दुकानें और घर खाली करने की धमकी के साथ-साथ दुकानों के मालिकों को भी उनसे मकान-दुकान खाली न कराने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी जा रही है। अब तक कई दुकानदारों के साथ गालीगलौच, हाथापाई और दुकानों के सामान में तोड़फोड़ करने का काम किया गया है। सूचना पर पुलिस और सुरक्षा बल के जवान वहां पहुंचे तब अनहोनी को टाला जा सका। कुछ जगहों पर सुरक्षा बल के जवान अभी भी तैनात हैं। एक रुई धुनने वाली दुकान में इन तत्वों द्वारा की गई आगजनी की घटना भी संज्ञान में आई है।
इस मौके पर प्रोफेसर उमा भट्ट, भाकपा माले जिला सचिव डॉ. कैलाश पांडे, उत्तराखंड महिला मंच से बसंती पाठक, उत्तराखंड सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष इस्लाम हुसैन, ऐक्टू महामंत्री केके बोरा, पछास के महेश, जनवादी लोक मंच के मनोज पाण्डे, क्रालोस के नसीम, इंकलाबी मजदूर केंद्र के रोहित, स्वतंत्र पत्रकार प्रदीप पाण्डे, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की बिंदु गुप्ता, जमाते इस्लामी के मो साजिद, रियासत अली और पीड़ित दुकानदार मौजूद रहे।