

हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। पुलिस- प्रशासन और परिवहन विभाग पर एक बार फिर उत्पीड़न का आरोप लगा है। उत्पीड़न भी इस हद का कि अब टैक्सी चालक अनिश्चितकालीन हड़ताल को मजबूर हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, डीएम नैनीताल और एसएसपी और आरटीओ प्रशासन को भेजे ज्ञापन में महासंघ टैक्सी यूनियन, कुमाऊं मंडल के पदाधिकारियों ने कहा है कि जनपद नैनीताल समेत कुमाऊं भर के जिलों में जिला प्रशासन द्वारा यातायात नियमों की आड़ में टैक्सी संचालकों का शोषण किया जा रहा है।
महासंघ टैक्सी यूनियन कुमाऊं मंडल की ओर से भेजे गए ज्ञापन में कहा गया है कि 11 अप्रैल तक कोई कार्यवाही नहीं की जाती है तो 12 अप्रैल से समस्त कुमाऊँ के वाहन स्वामी पूर्ण रूप से अपने वाहनों को खड़ा कर अनिश्चितकालीन चक्काजाम करने पर विवश होंगे। इसके उपरांत भी शासन ने अपना रवैय्या नहीं बदला तो कुमाऊँ महासंघ आमरण अनशन पर विवश होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
महासंघ टैक्सी यूनियन कुमाऊं मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज भट्ट ने बताया कि लंबे समय से जिला प्रशासन और परिवहन विभाग कुमाऊं के 80 हजार से ज्यादा टैक्सी चालकों के हितों की अनदेखी कर रहा है। हल्द्वानी में प्रनाम के माध्यम से फिटनेस की लूट जारी है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। ऐसे में मजबूर होकर हड़ताल के निर्णय लेना पड़ा है।
ये हैं प्रमुख मांगें:
1- जनपद नैनीताल के समस्त टैक्सी/मैक्सी वाहनों का टोल और पार्किंग शुल्क पूर्व की भांति लिया जाए।
2- नैनीताल के भीतर एवं आसपास प्रशासन द्वारा पार्किंग निर्धारित की जाए।
3- टी बी नंबर के नाम पर नैनीताल प्रवेश पर हो रहे शोषण को बंद किया जाए।
4- वर्ष 2017 के बाद के वाहनों को नैनीताल शहर के भीतर प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है राज्य सरकार माननीय उच्च न्यायलय मे इसकी पैरवी करें।
5- नैनीताल शहर के भीतर जिला प्रशासन द्वारा जल्द से जल्द जो भय का माहौल बनाया गया है उसे तत्काल समाप्त किया जाए।



