हल्द्वानी: 24 दिन तक दो नेता, एक सरकारी अधिकारी और एक प्रॉपर्टी डीलर बने मुकेश बोरा के ‘भगवान’ 

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। 24 दिन बाद मुकेश बोरा को नैनीताल पुलिस ने मुखबिर और सर्विलांस की मदद से रामपुर के चाकू चौक थाना के पास लगे अमरुद के ठेले के पास आज सुबह गिरफ्तार किया गया, ऐसा आज एसएसपी नैनीताल पीएन मीणा ने बताया।

हालाकि गिरफ्तारी के बाद मुकेश बोरा ने खुद को साजिश का शिकार बताने में देर नहीं लगाई और कहा कि उसकी 34 साल की सेवा पर जो लोग उसे चुनाव में नहीं हरा पाए उन्होंने ये साजिश रची। न्याय के देवता गोलू देव और न्याय पालिका पर भरोसा जताते हुए मुकेश बोरा ने जल्द जेल से बाहर आने की मंशा भी जाहिर की।

इस बीच यूं तो कई सफेदपोश और दुग्ध संघ के करीबी मुकेश बोरा की ढाल बने लेकिन चार लोग ऐसे थे जिन्होंने आखिरी दम तक मुकेश बोरा की खूब खातिरदारी की। मुकेश बोरा को पुलिस के हर एक्शन की जानकारी देने के साथ उसे इधर से उधर भगाने में मदद की। आज ये चारों कानून के शिकंजे में हैं। इनमें से दो नेता, एक सरकारी अधिकारी और एक प्रॉपर्टी डीलर है। इनकी पहचान भी हम आपको नाम पते के साथ इस खबर में बताएंगे।

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लेकिन पहले जानिए कि पूरी कहानी क्या है। दरअसल, थाना लालकुआं में पीड़िता ने एक अगस्त को नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा कुशल सिंह बोरा निवासी गांव च्यूरीगाड़, धारी, मुक्तेश्वर के खिलाफ उसके साथ बलात्कार करने और बोरा के ड्राइवर कमल बेलवाल द्वारा मुकेश बोरा के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने पर व्हाट्सएप के माध्यम से जान से मारने की धमकी की शिकायत की थी। मुकेश बोरा के खिलाफ मुकदमा कराने में भी पीड़िता के पसीने छूट गए थे।

खैर, पीड़िता की तहरीर के आधार पर लालकुआं थाने में एफआईआर नम्बर 170/24 धारा 376 (2) (N)/506 IPC पजीकृत हुआ। उक्त अभियोग महिला सम्बन्धित होने के कारण विवेचना एसआई वन्दना चौहान कर रही थीं।

पुलिस के अनुसार, फरार आरोपी मुकेश बोरा की खोज में 05 टीमों का गठन किया गया था। गठित टीमों ने मुकेश बोरा के के स्थायी पते ग्राम च्यूरीगाड और वर्तमान पता कृष्णा इन्कलेव हिम्मतपुर मल्ला मुखानी और सम्भावित स्थानों पर दबिश दी गई। लेकिन आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपनी उपस्थिति छिपाये रहा।

जिसके बाद विवेचक द्वारा पीडिता और उसकी पुत्री की 183 बीएनएसएस के बयानों के आधार पर अभियोग में 04 सितंबर को 93/10 पोक्सो एक्ट की बढ़ोत्तरी की गई।

पुलिस के अनुसार, 08 सितंबर को माननीय न्यायालय से अभियुक्त मुकेश बोरा के विरुद्ध गैर जमानती वारंट और 09 सितंबर को से अभियुक्त की गिरफ्तारी सम्भव बनाने के लिए धारा 84 बीएनएसएस के तहत उद्यघोषणा का नोटिस प्राप्त किया गया और सम्पूर्ण क्षेत्र में मुनादी करते हुये अभियुक्त के स्थायी पते च्यूरीगाड़ और किराये के आवास पर नोटिस चस्पा किया गया।

इसके उपरान्त भी अभियुक्त मुकेश बोरा के लगातार फरार चलने व अपनी गिरफ्तारी छिपाने व अपनी चल-अचल सम्पति को खुर्द कर देने की सम्भावना को देखते हुए 13 सितंबर को 85 बीएनएसएस का नोटिस प्राप्त किया गया।

नोटिस की तामीली करते हर 20 सितंबर को अभियुक्त मुकेश बोरा उपरोक्त के मूल निवास और किराये के आवास से उसकी चल सम्पत्ति की कुर्की की गयी।

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इसके अतिरिक्त अभियुक्त मुकेश बोरा को फरार कराने मे सहयोग करने वाले 04 व्यक्तियों भीमताल के पूर्व पंचायत अध्यक्ष देवेन्द्र सिह चनौतिया पुत्र कुंवर सिंह चनौतिया निवासी नौकुचियाताल थाना भीमताल जिला नैनीताल, सुरेन्द्र सिंह परिहार पुत्र मोहन सिंह परिहार निवासी ग्राम अल्चोना पोआ. चाफी जिला नैनीताल और परिवहन कर अधिकारी नन्दन प्रसाद आर्या पुत्र गोपाल राम आर्या और उसकी पत्नी ब्लॉक प्रमुख आशा रानी निवासी ग्राम मल्ली दीनी पोस्ट पहाडपानी जनपद नैनीताल के नामों की बढ़ोत्तरी उक्त अभियोग में करते हुए इनके विरुद्ध धारा 212 IPC (249 BNS) की कार्यवाही की गई।

फिलहाल मुकेश बोरा गिरफ्तार हो चुका है। अब वो कितने दिन जेल में रहता है और कब जमानत पर छूटकर आजाद हो जाता है, यह सब नैनीताल पुलिस की विवेचना और साक्ष्यों वाली चार्जशीट तय करेगी।

सोशल मीडिया ने मुकेश बोरा की गिरफ्तारी की खबर जैसे ही दौड़ी तो कॉमेंट की बरसात होने लगी। कुछ लोग कह रहे हैं कि मुकेश बोरा आज खुद को बेकसूर बता रहा है तो फिर इतने दिन से क्यों भाग रहा था। कुछ लोग बोले, चिंता मत करो कुछ दिन में मुकेश बोरा जेल से छूट जाएगा।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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