हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। एक बार फिर जिलाधिकारी वंदना सिंह ने “प्रेस 15 न्यूज” की जनसरोकारों वाली खबर का संज्ञान लिया है।
देखें वीडियो : लालडांठ के गंदगीबाज, एक्शन में नगर निगम
जिसके बाद हल्द्वानी के लालडांठ चौराहे से 100 मीटर की दूरी पर दमुआढूंगा बाईपास रोड पर स्थित तिलक नगर फेस 1 कालोनी के उन गंदगीबाजों को नोटिस देने की तैयारी है जिन्होंने लंबे समय से दबंगई दिखाते हुए रकसिया नाले को अपने घरों की गंदगी ठिकाने लगाने का जरिया बनाया है। अब मेट्रिक्स हॉस्पिटल समेत करीब नाले के आसपास के 10 गंदगीबाज मकान मालिकों को नोटिस दिए जाएंगे। अगर फिर भी गंदगीबाज नहीं सुधरे तो जुर्माना और वैधानिक कार्रवाई तय है।
“प्रेस 15 न्यूज” ने हल्द्वानी के लालडांठ चौराहे के पास तिलक नगर कॉलोनी के बीचोंबीच से बहते रकसिया नाले में घरों और अस्पताल की गंदगी ठिकाने लगाने की खबर दिखाई थी।
हालाकि डीएम के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट ने दीपावली के बाद गंदगीबाजों पर एक्शन की बात कही थी लेकिन प्रशासनिक कार्यों की व्यस्तता के चलते एक्शन में कुछ दिन का विलंब हुआ। लेकिन आज यानि गुरुवार सुबह सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई के निर्देश पर नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची।
निरीक्षण को पहुंचे नगर निगम के वरिष्ठ सफाई निरीक्षक अमोल असवाल और चतर सिंह भी रकसिया नाले में आसपास के घरों से छोड़े गए गंदे पानी के पाइपों और कचड़े को देखकर हैरान रह गए।
कॉलोनी के लोगों ने वरिष्ठ सफाई निरीक्षक अमोल असवाल और चतर सिंह को बताया कि अब तक तो रकसिया नाले में आसपास के घरों की गंदगी ठिकाने लग रही थी लेकिन पिछले कुछ समय से कॉलोनी के मुहाने पर बना मेट्रिक्स अस्पताल भी इसी नाले में अस्पताल के पानी को ठिकाने लगा रहा है।
हद तो तब हुई जब पिछले दिनों अस्पताल प्रबंधन ने कॉलोनी की सड़क को तोड़कर बकायदा गंदे पानी को ठिकाने लगाने के लिए सड़क के नीचे पाइप बिछा दिया। इतना ही नहीं पुलिया को तोड़कर सीधे रकसिया नाले में पाइप झोंक दिया गया। अब बस अस्पताल की निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत का काम पूरा होने के इंतजार है।
हालाकि कॉलोनी के एक व्यक्ति ने वरिष्ठ सफाई निरीक्षक अमोल असवाल और चतर सिंह को यह भी बताया कि कहने को अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में जल संशोधन प्लांट लगे होने की बात कही जाती है लेकिन जो पानी नाली के जरिए रकसिया नाले में छोड़ा जाता है उसमें तेज दुर्गंध उठती है।
नगर निगम के सफाई निरीक्षकों की पड़ताल में सामने आया कि एक मकान मालिक ने तो बकायदा नाली खोदकर घर से पाइप नाले में छोड़ दिया और फिर नाली में प्लास्टर कर दिया।
“प्रेस 15 न्यूज” ने बीते दिनों हल्द्वानी के लालडांठ चौराहे से 100 मीटर की दूरी पर दमुआढूंगा बाईपास रोड पर स्थित तिलक नगर फेस 1 कालोनी के गंदगीबाजों की खबर दिखाई थी। जिसके बाद गली में मुहाने पर स्थित प्राइवेट अस्पताल संचालक ने तो मनमानी पर रोक लगाते हुए गंदे पानी को ठिकाने लगाने का काम बंद कर दिया था। लेकिन रकसिया नाले के आसपास रहने वाले लोग बदस्तूर गंदगी ठिकाने लगा रहे थे। एक मकान मालिक ने तो बकायदा नाली खोदकर घर से पाइप नाले में छोड़ दिया और फिर नाली में प्लास्टर कर दिया था।
यानी रकसिया नाला न हुआ आसपास के लोगों का गंदगी ठिकाने लगाने का जरिया बन गया।
यह क्षेत्र नगर निगम के वॉर्ड 45 का हिस्सा है। जबकि इसी रकसिया नाले का पानी प्रेमपुर लोसज्ञानी समेत दर्जनों गांवों के अन्नदाताओं के खेतों में जाता है। सोचिए क्या बीतती होगी उन किसानों पर जो स्वच्छता के दुश्मनों के चलते सालभर अपने खेतों से कूड़े से भरी थैलियां और दूसरे कचरे को बीनते हैं। इतना ही नहीं, गंदगी के ढेर से संक्रामक बीमारियों का खतरा भर बना रहता है।
सोचिए एक तरफ जिले में प्रशासन और स्वास्थ विभाग में डेंगू के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है, ऐसे में लालडांठ चौराहे के पास तिलक नगर फेस वन कॉलोनी के चंद गैरजिम्मेदार लोगों की वजह से रकसिया नाले में न जाने कितने डेंगू के लार्वा पनप रहे हैं, कहा नहीं जा सकता।
बताते चलें कि लालडांठ तिलक नगर फेस वन कॉलोनी के आसपास सालों से रकसिया नाले के ठीक अगल बगल रहने वाले दर्जनों परिवारों के घरों की गंदगी (सूखा और गंदा पानी) खुलेआम ठिकाने लगा रहे हैं। लेकिन आज दिन तक किसी भी गंदगीबाज पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
हैरानी की बात यह है कि इनमें से अधिकतर ने रकसिया नाले की जमीन पर अतिक्रमण कर निर्माण किया है।
लेकिन अब इसी रकसिया नाले में कॉलोनी के मुहाने पर स्थित मेट्रिक्स हॉस्पिटल भी अपनी गंदगी ठिकाने लगाने जा रहा है। साफ है डॉक्टर साहब ने देखा कि सालों से गंदगी फेंकने वालों का जब बाल भी बांका नहीं हुआ तो उनसे कोई क्या कहेगा। यही वजह है अस्पताल से रकसिया नाले तक कॉलोनी की सड़क और पुलिया को खोदकर पाइप बिछा दिए गए हैं।
हालाकि जब “प्रेस 15 न्यूज” ने पिछले दिनों अस्पताल के मालिक डॉ. प्रदीप पांडे से बात की तो उन्होंने साफ कहा कि कॉलोनी के लोगों को आज उनके पाइप और पानी से परेशानी हो रही है लेकिन जो गंदगी बाकी लोग नाले में फेंक रहे हैं उनके खिलाफ कोई कुछ नहीं बोलता। डॉ. पांडे ने यह भी कहा कि उनके अस्पताल से जो पानी रकसिया नाले में छोड़ा जा रहा है वह आरओ का वेस्ट हैं यानी साफ पानी है।
अब आप कहेंगे कि आखिर क्या इस कॉलोनी में गंदगी फैलाने वालों के अलावा बाकी लोग नहीं रहते जिन्होंने आज दिन तक गंदगी के खिलाफ आवाज नहीं उठाई।
दरअसल, कुछ साल पहले तक कॉलोनी के लोग भी इसी रकसिया नाले में अपने घरों की गंदगी ठिकाने लगाते थे। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की अलख के बाद कॉलोनी के लोग भी जागरूक हुए। अब अधिकतर परिवार नगर निगम और एनजीओ के वाहन में घर का कूड़ा डालते हैं। लेकिन अब भी कुछ समाज के दुश्मन घरों का कूड़ा दिन के उजाले और रात के अंधेरे में रकसिया नाले डालने से नहीं चूक रहे हैं।