हल्द्वानी: पावन गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब की स्थापना के 50 साल पूरे, पांच दिन तक बरसेगी गुरु की अटूट कृपा

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। हल्द्वानी के पावन गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब की स्थापना सितंबर माह में साल 1974 मे हुई थी, जिसको इस बार सितम्बर 2024 में पूरे 50 साल होने जा रहे हैं।

50 साल पूरे होने की खुशी और साहिब श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पहले प्रकाश पर्व को मनाते हुये 50 साला Golden Jubli इलाके की संगत और प्रबंधक कमेटी के सहयोग से खुशी और उत्साह के साथ मनाई जा रही है।

देखें विडियो : हल्द्वानी में बरसेगी गुरु की अटूट कृपा, पांच दिन तक होंगे दिव्य समागम

आज प्रेसवार्ता के माध्यम से मुख्य सेवादार रणजीत सिंघ नागपाल ने इस पावन अवसर पर होने वाले पांच दिन के समागम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

इस अवसर पर उपाध्यक्ष फतेह सिंघ कुकरेजा, जनरल सेक्रेटरी हरविंदर सिंघ कुकरेजा, स्टेज सेक्रेटरी इंदरजीत सिंघ, केशियर देवेन्द्रजीत सिंघ, लंगर इंचार्ज परमजीत सिंघ और मीडिया प्रभारी दलजीत सिंघ नागपाल (दल्ली) एवं पवनप्रीत सिंघ, राजेंद्र गुलाटी , हरजीत सिंघ, राजा नागपाल, परविंदर सिंघ आदि मौजूद रहे।

मुख्य सेवादार रणजीत सिंघ नागपाल ने बताया कि इस साल 5 दिन लगातार समागम मनाये जा रहे हैं। सभी समागमों की शुरुवात श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के सम्मुख हुजूरी में अरदास के साथ प्रारंभ की जाएगी। सभी समागमों में गुरु का लंगर भी अटूट बटेगा।

आपको बताते चलें कि गुरुद्वारा श्रीदुख निवारण साहिब जी की स्थापना सितंबर 1974 को एक छोटे से हॉल (कमरे) से की गई थी जिसमें बाबा जी की बीड़ साहब जी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को आदर सत्कार और अरदास के साथ विराजमान साधु संगत द्वारा कराए गए थे।

शुरुआत में गुरुद्वारा राजपुरा के नाम से गुरुद्वारे की शुरुआत की गई थी। समय के साथ-साथ बहुत कुछ बदला। प्रबंधक कमेटीया बदली गई।

इस बीच गुरुद्वारे की एक नए स्वरूप के साथ नई बिल्डिंग बनाई गई। साथ ही गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एवम बड़े बुजुर्ग और युवाओं ने मिलकर बेहद खूबसूरत नई साजसज्जा के साथ गुरुद्वारा बनवाया गया।

इस साल करीब डेढ़ महीने पहले से 2024 के कार्यक्रम की शुरुआत सहज लड़ी पाठ प्रारम्भता के साथ 31 अगस्त दिन शनिवार संपूर्णता के साथ अरदास कराई जाएगी।

31 अगस्त दिन शनिवार शाम 6:30 बजे से रात्रि 9 बजे तक भाई जगजीत सिंह सहजपाल सिंह जी पटियाला वाले, ज्ञानी गुज्जर सिंह जी असंध , ज्ञानी नरेंद्र सिंह जी करनाल शब्द कीर्तन करेंगे।

एक सितंबर दिन रविवार सुबह 5 बजे से प्रभात फेरी गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब से प्रारंभ होकर गुरुद्वारा श्री गुरु नानक पुरा तक जाएगी। रात्रि 8 बजे से 10:30 बजे तक कीर्तन होंगे। इसी तरह दो सितंबर दिन सोमवार को सुबह 8 बजे से श्री अखंड पाठ साहिब जी की प्रारम्भता होगी। भाई साहब भाई कमलदीप सिंह जी, तनप्रीत सिंह जी चंबा हिमाचल प्रदेश द्वारा सुबह एवं शाम 8:30 से 10 बजे तक शबद कीर्तन होंगे।

इसी प्रकार तीन सितंबर मंगलवार को गुरमत समागम में सुबह आठ बजे से और रात्रि 8 बजे से 10:30 बजे तक भाई सरबजीत सिंह जी पटनासाहिव वाले शब्द कीर्तन करेंगे।

चार सितंबर दिन बुधवार सुबह आठ बजे श्री अखंड पाठ साहिब जी समाप्ति के साथ अरदास कराई जाएगी।

विशेष मुख्य गुरमत समागम में भाई साहब भाई गुरुमीत सिंह शांत हजूरी रागी जत्था श्री दरबार साहिब अमृतसर वाले, भाई साहब भाई चमनजीत सिंह जी लाल कीर्तन जत्था दिल्ली और ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी मक्खू कथा वाचक पंजाब हाजिरी लगाएंगे।

सुबह 8 बजे कीर्तन और कथावाचक शाम 4 बजे तक समय के साथ साथ समूह-साध संगत जी को वाणीयो से निहाल करेंगे।

इस अवसर पर समूह संगत ने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में गुरु दरबार में पहुंच कर गुरु घर दीयाँ खुशियाँ पाने का सौभाग्य प्राप्त करने की अपील की है।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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