अंदाजा लगाइए हल्द्वानी पुलिस कितनी स्मार्ट और सक्रिय है? तीन दिन से लापता नाबालिग बेटियों की खातिर SSP दफ्तर के बाहर धरना

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज।  शांत और सामाजिक समरसता का गढ़ हल्द्वानी अशांत और असामाजिक तत्वों का ठिकाना बनते जा रहा है। अफसोस कि खुद को मित्र पुलिस कहने वाली खाकी धरातल पर माहौल को सुधारने के लिए उतनी तत्पर नजर नहीं आती, जितनी बनती है।

अब देखिए न, शहर के राजपुरा क्षेत्र से तीन दिन पहले दो नाबालिग छात्राएं गायब हो गईं। आज के वक्त में जब हर माता पिता बेटियों की सुरक्षा के लिए चिंतित रहता है, ऐसे में घर से बेटियों के गायब होने की खबर ने माता पिता की चिंता बढ़ा दी।

पड़ताल की गई तो पता चला कि बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में रहने वाला युवक दोनों छात्राओं को बहला फुसलाकर बदायूं ले गया है। मामले की जानकारी बनभूलपुरा थाना पुलिस को दी गई लेकिन तीन दिन बाद भी पुलिस नाबालिग छात्राओं को ढूंढ नहीं सकी है। ऐसे में संवेदनशील मामले में पुलिस के कामकाज करने के तरीके को समझा जा सकता है।

वहीं, अब माता पिता और परिजनों के सब्र का बांध टूट रहा है। इसी क्रम में आज दोनों छात्राओं के परेशान माता पिता और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग कोतवाली और एसएसपी दफ्तर के बाहर पहुंचे और पुलिस को आड़े हाथ लिया।

गुस्साए लोगों ने पूछा कि तीन दिन से लापता दो नाबालिग छात्राओं का अब तक पुलिस कोई सुराग क्यों नहीं लगा सकी है? खुद को मित्र पुलिस कहने वाली खाकी आखिर कब आम जनता के हित में काम करेगी? आखिर कब अपराधियों के मन में नैनीताल पुलिस का खौफ कायम हो सकेगा?

गुस्साए लोगों ने पूछा कि क्या आम आदमी ही पुलिस से डरेगा या बेटियों को सरेआम घर से गायब करने वालों के खिलाफ भी नैनीताल पुलिस कुछ करेगी?

एसएसपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे दोनों छात्राओं के परिजन और सामाजिक संगठन के लोगों ने जमकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए।

परिजनों की मांग थी कि एसएसपी खुद उन लोगों से आकर बातचीत करें। साथ ही मामले में हो रही कार्रवाई कहां तक पहुंची, इसकी जानकारी दें। लेकिन अफसोस, एसएसपी तो दूर आक्रोशित परिजनों से मिलने के लिए एसपी सिटी और सीओ सिटी भी नहीं पहुंचे। जिससे लोगों का आक्रोश और बढ़ गया।

हालाकि विरोध बढ़ने पर सीओ मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराने का प्रयास किया। लेकिन गुस्साए लोग एसएसपी से मिलने पर अड़े रहे। बताया गया कि एसएसपी अभी मीटिंग में व्यस्त हैं, साढ़े तीन बजे मिलेंगे। जिसके बाद गुस्साए लोगों ने एसएसपी के बाहर ही धरना दे दिया।

कुछ देर बाद प्रदर्शनकारी उठकर कोतवाली गेट के सामने आ गए और पुतला फूंकने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान कोतवाली के बाहर मुख्य सड़क में गहमागहमी का माहौल रहा। खबर लिखे जाने तक प्रदर्शनकारी कोतवाली और एसएसपी दफ्तर के बाहर जुटे रहे। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।

बताते चलें कि नाबालिग छात्राओं के लापता होने की खबर के बाद गऊ सेवक जोगेंद्र राणा जोगी के नेतृत्व में गऊ सेवकों और हिंदूवादी संगठनों से जुड़े लोगों ने बनभूलपुरा थाने पहुंचकर विरोध दर्ज कराया था।

लापता बेटियों को ढूंढ पाने में नाकाम बनभूलपूरा थानाध्यक्ष से नाराजगी जताते गऊ सेवक जोगेंद्र राणा जोगी। प्रेस 15 न्यूज

हैरानी की बात यह है कि क्षेत्र के लोगों के साथ साथ पुलिस को भी अपराधी के बारे में पूरी जानकारी है, यानी दोनों छात्राओं को कौन गुमराह कर बदायूं ले गया है, यह जानकारी होने के बावजूद पुलिस के हाथ खाली हैं। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि पुलिस और पुलिस का खुफिया तंत्र कितना स्मार्ट और सक्रिय है।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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