
नैनीताल, प्रेस 15 न्यूज। नैनीताल में गूगल मैप ने एक बार फिर फजीहत में डाल दिया। इस बार शिकार थार सवार बने। यह घटना नैनीताल में चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल, गूगल मैप ने थार चालकों को बाजार की सक्रिय गली की नाली में फंसा दिया। लोगों ने मदद कर किसी तरह थार चालकों को मोटर मार्ग तक पहुंचाया। यहां के लोगों का कहना है कि वाहन चालकों ने नैनीताल में स्थानीय लोगों से पूछकर सफर करना चाहिए।
नैनीताल में आज सवेरे एक काली थार गूगल मैप से भ्रमित होकर बाजार में घुस गई। मल्लीताल की जय लाल साह बाजार में पहुंची पर्यटकों की थार संख्या यू.पी.86 AQ9909 पहले तो ऊपर की सीढ़ियों में फंस गई और फिर मुश्किलों से निकलने के बाद बेहद ही संकरी गली में बनी नाली में घुसकर अटक गई।

अपने गंतव्य (डेस्टिनेशन) से भटके पर्यटकों के हाथ पैर तब फूल गए जब गाड़ी आगे पीछे नहीं हो सकी। स्थानीय लोगों की मदद से गाड़ी को बमुश्किल निकालकर हाईकोर्ट जाने वाले मुख्य मार्ग तक पहुंचाया गया।
सवेरे 8:30 से नौ बजे के बीच हुई इस अफरा तफरी से स्थानीय व्यवसायी बेहद नाराज हैं। उनका कहना है कि गूगल मस्जिद तिराहे से हाईकोर्ट और केएमवीएन पैट्रोल पम्प जाने वाले वाहनों को अंडा मार्किट से बड़ा बाजार की तरफ ले आ रहा है। इससे असंख्य स्कूटी बाइक चालकों के साथ आए दिन चौपहिया वाहन चालक भी गूगल के सहारे बाजार में गाड़ी डाल रहे हैं।
व्यापार मंडल पदाधिकारी भारती कैड़ा ने बताया कि प्रशासन ने साइन बोर्ड लगाकर इन पर्यटकों को इनके सही गंतव्य तक पहुंचने का मार्ग दिखाना चाहिए। कहा कि थार की मार से पेयजल और शिविर के पाइप श्रतिग्रस्त हो गए हैं।
पहले भी देखा गया है कि गूगल मैप के कारण वाहन चालक गलत मार्गों में जाकर बड़ी मुसीबतों में फंस चुके हैं। इतना ही नहीं, एक निर्माणाधीन पुल से गिरकर तो कइयों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी थी।
(नैनीताल से वरिष्ठ पत्रकार कमल जगाती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट)
