19 साल के रोहित को दो न्याय, होटल करो सील, देर रात सड़क पर बैठे विधायक कैड़ा और हरीश पनेरू

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नैनीताल, प्रेस 15 न्यूज। भीमताल रोड पर 19 वर्षीय रिसेप्शनिस्ट की करंट लगने से पेड़ से गिरकर हुई मौत के बाद अब होटल प्रबन्धन घिरता जा रहा है।

भवाली में रोहित का शव लेकर सोमवार देर रात क्षेत्रवासियों और परिजनों ने जमकर प्रदर्शन किया। जिसके बाद नैनीताल और भीमताल से पुलिस फोर्स तत्काल मौके पर पहुंचा।

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होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहे अमिया (अमृतपुर) निवासी रोहित तीन माह पहले ही भीमताल रोड स्थित एक होटल में रिसेप्शनिस्ट का कार्य कर रहा था। परिजनों का आरोप है कि होटल प्रबंधन की ओर से उसे रविवार रात 11 हजार केवी की लाइन में कटिया डालने के लिए चीड़ के पेड़ पर 30 फीट ऊंचाई पर भेज दिया गया। जिसके बाद करेंट लगने के बाद गिरने से मौत हो गई।

मौत के बाद भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा और राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरू अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ युवक का शव लेकर होटल पहुँचे।

उन्होंने कहा कि होटल संचालकों ने जबरन देररात रोहित को पेड़ पर चढ़ाया, जिससे उसकी जान चली गई। उन्होंने परिवार को राहत देने की मांग की है।

विधायक राम सिंह कैड़ा ने कहा कि रोहित को न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिवार को जब तक राहत नहीं मिलेगी शव को उठाया नहीं जाएगा।

कैडा के अनुसार, होटल संचालक ने जबरदस्ती रोहित को पेड़ पर चढ़ाया। रोहित, घर का इकलौता चिराग है। कहा कि होटल मालिक की गलती की वजह से बच्चे की जान गई है। जब तक होटल सील कर आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होगी, शव नहीं उठाया जाएगा।

होटल सील करने के लिए एसएसपी और जिला प्रशासन से कहा गया है। ये भी कहा कि कार्रवाई नही की गई तो मुख्यमंत्री से बात की जाएगी।

इधर, सोमवार सुबह साढ़े चार बजे रोहित का शव सुशीला तिवारी अस्पताल से पोस्टमार्टम हाउस लाया गया। इसके बाद रोहित की मां जानकी पांडेय, पिता जीवन चंद्र पांडेय के साथ पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरू ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे और होटल कारोबारी पर युवक की हत्या का आरोप लगाया।

पनेरु का कहना था कि जबरन होटल प्रबंधन की ओर से रोहित को पेड़ में चढ़ाया गया। जहां से गिरने के बाद उसकी मृत्यु हो गई। वह परिवार का इकलौता था। पिता किसान जैसे तैसे खेती कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। इस दौरान होटल कारोबारी भी पोस्टमार्टम हाउस में पहुंच गए।

उन्होंने होटल कारोबारी से 25 लाख रुपये मुआवजे की मांग की। ग्रामीणों व होटल कारोबारी के बीच बहस होने पर आक्रोशित ग्रामीण कारोबारी पर टूट पड़े। मौके पर पुलिस टीम ने बीच बचाव किया और कारोबारी को बचाने के लिए उसे पुलिस वाहन में बैठा दिया।

ऐसे में ग्रामीण और भड़क गए और पुलिस से मिलीभगत का आरोप लगाकर वाहन की घेराबंदी कर दी। करीब 20 मिनट तक ग्रामीणों ने वाहन को घेर लिया। बाद में पुलिस के काफी समझाने पर दोनों पक्षों को कोतवाली लाया गया।

(नैनीताल से वरिष्ठ पत्रकार कमल जगाती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट ✍️)

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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