
नई दिल्ली, प्रेस15 न्यूज। आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि महज आठ साल की उम्र वाले भारतीय मूल के बच्चे ने अपनी उम्र से 29 साल बड़े यानि 37 साल के ग्रैंडमास्टर को मुकाबले में मात दे दी। जैसे ही यह खबर फैली तो हर कोई आश्चर्यचकित रह गया।
दरअसल, सिंगापुर निवासी अश्वथ कौशिक ने बर्गडोरफेर स्टेडथास ओपन चेस में अपने प्रतिद्वंदी पोलेंड के ग्रैंडमास्टर (जीएम) जासेक स्टोपा को हराया है। अश्वथ क्लासिकल चेस में सबसे कम उम्र किसी जीएम को हराने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। इसके साथ ही आठ साल के अश्वथ की यह जीत रिकॉर्ड बुक में भी दर्ज हो गई है।
अश्वथ की वर्तमान फिडे रैंकिंग 37338 है। वह 2017 में भारत से सिंगापुर आए थे। जीत के बाद अश्वथ खुशी से फूले नहीं समा रहा है वहीं परिजन भी गर्व का अनुभव कर रहे हैं। सिंगापुर चेस महासंघ के सीईओ केविन गोह ने अश्वथ की जीत पर खुशी जाहिर की है।
बताते चलें कि दिमाग की कसरत करनी हो या फिर मष्तिष्क की निर्णयशक्ति का विकास करना हो, हर कोई शतरंज यानि चेस को खेलना पसंद करता है। शतरंज के खेल की जब भारत में शुरुआत हुई थी तब इसका ये नाम नहीं था। उस वक्त इसे ‘चतुरंग’ के नाम से जाना जाता था लेकिन बदलते वक्त के साथ इसका नाम भी बदल गया और आज इसे हिंदी में ‘शतरंज’ बुलाया जाता है और दुनियाभर में इसे ‘चेस’ के नाम से जाना जाता है।