संजय पाठक, प्रेस 15 न्यूज, हल्द्वानी। प्रतियोगिता के इस दौर में छात्र छात्राओं के लिए करियर की राह को आसान बना पाना किसी चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में ये बेहद जरूरी है कि सही दिशा और सही प्रयास हो ताकि सफलता मिल सके। सबसे बड़ी चुनौती पहाड़ दूरस्थ क्षेत्र के युवाओं के लिए रहती है कि कैसे उच्च शिक्षा के लिए कोर्स और कॉलेज का चयन करें।
बात अगर कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी की करें तो यहां 12वीं पास युवाओं के लिए उच्च शिक्षा और व्यावसायिक कोर्स कराने के लिए सरकारी के अलावा कई शैक्षिक संस्थान हैं, जिनमें प्रदेशभर से युवा अपने सपनों को पूरा करने के लिए दाखिला लेते हैं। इन्हीं में से एक संस्थान पाल कालेज ऑफ टैक्नोलोजी एण्ड मैनेजमैंट भी है।
पाल कॉलेज के वरिष्ठ सलाहकार केके पांडे ने प्रेस वार्ता के माध्यम से बताया कि पाल कालेज ऑफ टैक्नोलोजी एण्ड मैनेजमैंट की स्थापना समाजसेवी नारायण पाल ने 2008 में पांच छात्रों से की थी। जिसका मुख्य उद्देश्य पर्वतीय क्षेत्र के आर्थिक रूप से पिछडे छात्र छात्राओं को न्यूनतम शुल्क में अच्छी शिक्षा प्रदान करना था।
जिसमें प्रारम्भ में बीबीए, बीसीए पाठ्यक्रम संचालित किये गए। 2009 में बायोटैक और 2010 में बीएड की शुरूआत की गई।
समय की मांग को देखते हुए कालेज ने अपने कदम शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ते 2014 में होटल मैनेजमैन्ट, 2023 में बीकॉम ऑनर्स पाठयक्रम शुरू किए।
केके पांडे ने बताया कि पाल कालेज ऑफ टैक्नोलोजी एण्ड मैनेजमैंट छात्र छात्राओं को न्यूनतम शुल्क पर शिक्षा प्रदान कर रहा है तथा विगत वर्ष में इस कालेज में करीब 652 छात्र छात्राएं अध्ययनरत हैं।
केके पांडे ने बताया कि पाल कालेज का उददेश्य छात्र छात्राओं को कौशलपूर्ण, व्यावहारिक और क्रियाशील रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करना है। इसके लिए कालेज में शिक्षकों के लिए फैक्लटी डेवलैपमैन्ट कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।
पाल कालेज द्वारा 3 जून 2024 से लेकर आठ जून 2024 तक फैकल्टी डैवलपमैन्ट कार्यक्रम किया जा रहा है जिसमें विभिन्न राज्यों के विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं प्राध्यापक अपने कार्यक्रमो को ऑनलाइन और ऑफलाइन द्वारा प्रस्तुत करेंगे।
उन्होंने बताया कि पाल कालेज द्वारा वर्तमान समय में विभिन्न कम्पनियों से 20 एमओयू (Memorandum of Understanding ) हस्ताक्षर किये हैं। जो कालेज के छात्र छात्राओं को रोजगारपरक शिक्षा के लिए तैयार करेगी।
वर्तमान समय की मांग को समझते हुए पाल कालेज अपने छात्र छात्राओं को तकनीकी शिक्षा के लिए तैयार कर रहा है। इस उददेश्य से कालेज की छात्राओं को डिजीटल मार्केटिग की शिक्षा निःशुल्क रूप से अमृता फाउन्डेशन के सहयोग से सम्पन्न कराई गई है। इस स्कीम का लाभ कॉलेज की छात्रा के अलावा प्रदेश की अन्य छात्राएं भी उठा सकती हैं। इस स्कीम के लिए 10वीं और 12वीं पास छात्राएं पात्र होंगी।
केके पांडे ने बताया कि इस प्रकार Employability Live द्वारा दस सप्ताह का लाइव प्रोजेक्ट फाउन्डेशन विश्वविद्यालय आस्ट्रेलिया के सहयोग से चलाया जा रहा है। पाल कालेज का लक्ष्य छात्र छात्राओं को रोजगारपरक एवं स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने हेतु कालेज Skill University की दिशा की ओर अग्रसर है।
पाल कालेज द्वारा Symbiosis College, Pune से एमबीए को पत्राचार के माध्यम से प्रारम्भ किये जाने के लिए एमओयू हस्ताक्षर किया गया है। जिसका शुल्क 60 हजार रुपए है, जिसका विधिवत शुभारम्भ आज से हो गया है।