
हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। यूं तो पत्रकारिता की आड़ में हल्द्वानी में कई दलाल सक्रिय हैं लेकिन प्रशासनिक अफसरों और नेताओं से मिलीभगत के चलते हर चेहरा छुपा ही रहता है।
हल्द्वानी में पत्रकारिता को बदनाम करने वाले इन लोगों के बारे में हर कोई सिर्फ खुसुर पुसुर होती है लेकिन बात जब कार्रवाई की आती है तो सांप सूंघ जाता है। हैरानी की बात यह है कि पत्रकारिता की आड़ में छुपे ऐसे लोग हल्द्वानी में पत्रकारों के नाम पर संगठन बनाकर उसमें पदाधिकारी तक बने हुए हैं।

अब खबर भी जानिए, बनभूलपुरा थाने का प्रभार मिलते ही थानाध्यक्ष सुशील कुमार ने नशे के तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की है।
नशीले इंजेक्शन की तस्करी करने पर बनभूलपुरा पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पूछताछ मेंहल्द्वानी के तथाकथित पत्रकार हिमांशु वार्ष्णेय के मेडिकल स्टोर से इंजेक्शन लाने की बात कबूली। पुलिस ने हिमांशु के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बनभूलपुरा थानाध्यक्ष सुशील कुमार ने बताया कि शनिवार शाम एसआई मोनी टम्टा टीम के साथ आस्थाना मस्जिद के पास गश्त कर रहीं थीं। इस दौरान एक बाइक सवार पुलिस को देखकर भागने लगा। पुलिस ने पीछा कर उसे पकड़ लिया। तलाशी लेने पर उसके पास नशे के 10 इंजेक्शन बरामद हुए।
पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम अनस निवासी बड़ी रोड इंदिरानगर बनभूलपुरा बताया। कहा कि वह छोटी रोड दुर्गा मंदिर के पीछे श्री श्याम मेडिकल स्टोर में काम करता है। ये इंजेक्शन उसे मेडिकल स्टोर के मालिक वार्ष्णेय ने बेचने के लिए दिए थे। जिसके बाद वह इन्हें बेचने के लिए जा रहा था।
थानाध्यक्ष ने बताया कि अनस के साथ हिमांशु वार्ष्णेय के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया है। अनस को गिरफ्तार कर लिया है।
बताते चलें कि इससे पहले फरवरी 2025 में बनभूलपुरा पुलिस ने हिमालया मेडिकल स्टोर के संचालक अभिनव वार्ष्णेय को नशे के कैप्सूल बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था। अभिनव वार्ष्णेय भी रक्तदान जैसे कार्यक्रमों और समाजसेवा की आड़ में समाज को धोखे में रख रहा था। हिमांशु और अभिनव वार्ष्णेय दोनों भाई हैं।
आरोपी की दुकान से 96 नशे के कैप्सूल बरामद हुए थे। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस के मुताबिक पहले ही इस मेडिकल स्टोर के दवाइयां बेचने का लाइसेंस निरस्त हो चुका है। नशे के इंजेक्शन व नशे की गोलियां बेचने की पूर्व में कई बार इस मेडिकल स्टोर की शिकायतें मिल चुकी थीं। चेकिंग के दौरान दुकान से 96 नशे के कैप्सूल बरामद हुए । पुलिस के मुताबिक मेडिकल का लाइसेंस अगस्त 2024 में निरस्त हो चुका था।
