देहरादून, प्रेस 15 न्यूज। जरा सी चूक आपकी मेहनत की कमाई में पानी फेर सकती है। ज्योर्तिमठ कोतवाली क्षेत्र में सेना के कैप्टन से 2.7 लाख₹ की साइबर ठगी हो गई।
आरोपी राजगुरु अतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह के जरिए विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुपों के जरिए फर्जी खातों का इस्तेमाल कर ठगी करता था।
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मामले में पुलिस ने आंध्र प्रदेश से आरोपी सुरेश उर्फ राजगुरु को गिरफ्तार किया है। मामला कैप्टन से जुड़ा होने का कारण पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए विशाखापट्टनम तक पहुंच गई।
आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है, जिसमें ठगी से जुड़ी दूसरी जानकारी मिली है। फिलहाल वाया चमोली और माननीय न्यायालय में पेश करने के बाद आरोपी का ठिकाना जेल बना है।
सेना के कैप्टन ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि 16 अगस्त 2023 को एक व्यक्ति ने मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर उनसे संपर्क किया। पहचान की पुष्टि के बहाने उसने आईडी कार्ड, आधार कार्ड, और ओटीपी लिंक मांगे। जैसे ही कैप्टन ने ओटीपी साझा किया, आरोपी ने उनके खाते से ₹2,70,303 की रकम उड़ा ली। शिकायत 17 अगस्त को दर्ज कराई गई, जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच में पता चला कि ठगी के पैसे को आईसीआईसीआई बैंक के एक खाते में भेजा गया, जो आंध्र प्रदेश के बी. मानिकंदन के नाम पर था। पुलिस ने मोबाइल सर्विलांस और अन्य तकनीकी साधनों का उपयोग कर आरोपी की लोकेशन ट्रेस की।
आरोपी ने कई राज्यों जैसे कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश और झारखंड में फर्जी नामों से बैंक खातों का संचालन किया। इन खातों का उपयोग वह लोगों को नौकरी, शादी, और अन्य ऑनलाइन सेवाओं के झूठे वादे देकर ठगी करने के लिए करता था।
ऐसे में हम आपसे यही निवेदन कर रहे हैं कि साइबर अपराधियों के शिकार से बचने के लिए किसी भी अज्ञात व्यक्ति को अपने व्यक्तिगत दस्तावेज़ या ओटीपी साझा न करें। किसी भी संदिग्ध कॉल या संदेश पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। साइबर ठगी का शिकार होने पर 1930 पर संपर्क करें।