हल्द्वानी में डायलिसिस सेंटर खुद ‘बीमार’, गत्ते में लिटाते हैं मरीज, डॉक्टर भी फरार

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। अगर आपसे कहें कि हल्द्वानी के सोबन सिंह जीना बेस हॉस्पिटल में पीपीपी मोड पर संचालित डायलिसिस केन्द्र को ही डायलिसिस की जरूरत है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी।

एक तरफ सरकार और सरकार के स्वास्थ मंत्री उत्तराखंड में बेहतर स्वास्थ सुविधाओं का हवाला देते नहीं थकते तो वहीं कुमाऊं के प्रवेश द्वार में स्थित सरकारी अस्पताल का यह हाल साफ बता रहा है कि सरकारी दावों में कितनी सच्चाई है। यह हाल तब है जबकि अस्पताल का डायलिसिस सेंटर पीपीपी मोड पर संचालित हो रहा है।

आप जानकर हैरान रह जाएंगे यहां बेड के अभाव में गत्ता बिछाकर मरीजों की डायलिसिस हो रही है। अभी कुछ दिन पहले यहां पानी का संकट खड़ा हो गया था। कुल मिलाकर मरीजों के लिए जीवनदाई इस सेवा का हाल बेस हॉस्पिटल में भगवान भरोसे है।

तीन अगस्त को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का हल्द्वानी दौरा है। बताया जा रहा है कि सीएम कुमाऊं में बारिश के बाद आई आपदा के बाद की स्थिति का मुआयना और राहत कार्यों की समीक्षा करेंगे।

लेकिन कुमाऊं के मरीजों की जान के साथ जो आपदा सोबन सिंह जीना बेस चिकित्सालय में पीपीपी मोड पर संचालित डायलिसिस केन्द्र में आ रही है, उस पर मुख्यमंत्री की नजरें कब जाएंगी, आम आदमी यही सवाल पूछ रहा है।

इससे पहले शुक्रवार को सोबन सिंह जीना बेस चिकित्सालय में पीपीपी मोड पर संचालित डायलिसिस केन्द्र के निरीक्षण को कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत पहुंचे।

यहां चिकित्सक के अनुपस्थित रहने पर आयुक्त दीपक रावत ने नाराजगी जाहिर की और प्रमुख अधीक्षक बेस को नियमित मानिटरिंग करने के निर्देश दिए।

आयुक्त दीपक रावत ने शुक्रवार को डायलिसिस केन्द्र के निरीक्षण के दौरान चिकित्सक के अनुपस्थित रहने पर एक माह का सीसीटीवी फुटेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिये ताकि यह पता चल सके कि चिकित्सक कब केन्द्र में आ रहे है।

निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने पाया कि डायलिसिस केन्द्र में 25 बैड पर मराजों की डायलिसिस की जाती है लेकिन बैड की स्थिति काफी खराब होने पर आयुक्त ने केन्द्र संचालक को एक सप्ताह के भीतर मरीजों के बैड ठीक कराने के निर्देश दिए।

साथ ही प्रमुख अधीक्षक बेस को मानिटरिंग कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिये। वर्तमान में डायलिसिस केन्द्र में प्रतिदिन लगभग 70 लोगों की डायलसिस की जाती है।

आयुक्त ने प्रमुख अधीक्षक बेस को निर्देश दिये कि डायलिसिस सेंटर की व्यवस्थाओं में कोई भी कमी है तो उसकी लिखित सूचना महानिदेशक स्वास्थ्य के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को देना सुनिश्चित करें ताकि डायलिसिस केन्द्र की व्यवस्थाओं में सुधार किया जा सके।

बेस चिकित्सालय निरीक्षण के दौरान मौके पर तीनों गेटों पर सुरक्षा कर्मी नदारत पाये गये और बुलाने के पश्चात काफी देर के बार उपस्थित हुए जो सुरक्षा मानकों के अनुसार ड्रेस में भी नही पाये गए।

जिस पर आयुक्त ने कडी आपत्ति जताई और प्रमुख अधीक्षक को सुरक्षा कर्मियों की नियमित मानिटरिंग के साथ ही सुरक्षा कर्मी के ड्रैस कोड को भी चैक करने के निर्देश दिये।

इसके पश्चात आयुक्त द्वारा अटल आयुष्मान कक्ष का निरीक्षण किया गया। आयुक्त ने आयुष्मान के कक्ष के निरीक्षण के दौरान कहा कि सभी लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाय।

उन्होंने कहा जिन लोगों के अभिलेख में कोई त्रुटि है तो उनका निस्तारण आयुष्मान कार्ड बनाये जांए। प्रमुख अधीक्षक बेस के कार्यालय के निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने कहा कि मुख्यालय के साथ ही अन्य कार्यालयों मे सभी प्रकार के पत्राचार ई-मेल के माध्यम से किये जाएं।

निरीक्षण के दौरान बेस चिकित्सालय गेट के निकट आई लैंस ऑप्टिकल की दुकान द्वारा नाले व गेट पर अतिक्रमण कर टिन शैड बना दिया है जिस पर आयुक्त ने सायं 5 बजे तक टिन शैड हटाने के निर्देश दिये। इसके पश्चात श्री रावत ने केएमवीएन पार्किग के निकट सडक के निरीक्षण के दौरान लोगों द्वारा सडक पर वाहनों को पार्क किया था जिस पर उन्होंने चालान की कार्यवाही करने के निर्देश सीओ को दिये।

निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेयी, सचिव विकास प्राधिकरण बीएन शुक्ल, सहायक नगर आयुक्त तुषार सैनी आदि उपस्थित थे।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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