देहरादून, प्रेस 15 न्यूज। उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पंवार ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह खड़े करते हुए देहरादून एसएसपी अजय सिंह, कार्यवाहक डीजीपी अभिनव कुमार तथा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को जमकर घेरा।
बॉबी पंवार ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह धराशायी हो गई है और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को स्वयं औचक निरीक्षण करने के लिए पुलिस मुख्यालय जाने की नौबत आ रही है तथा पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार से बीजेपी सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत भी कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए इस बात की गवाही दे रहे हैं कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर गई है।
बॉबी पंवार ने ऋषिकेश में पत्रकार योगेश डिमरी में पर हुए जानलेवा हमले पर पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़े किए ।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पुलिस कुछ माफियाओं और सफेदपोशो के हाथों में खेल रही है । पुलिस ऋषिकेश में शराब के 250-300 पव्वे बरामद करती है और शराब माफिया थाने से शराब के पव्वे खुलेआम वापस ले जाते हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है।
वहीं, दूसरी ओर देहरादून में एमएलए हॉस्टल में पुरोला से दो युवा स्थानीय विधायक दुर्गेश लाल के पास क्षेत्र की मांगों को लेकर जाते हैं, उनको विधायक हॉस्टल में ही पीटा जाता है और जब उक्त दोनों युवा थाने में रिपोर्ट लिखाने जाते हैं तो मित्र पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं करती है वहीं विधायक दुर्गेश लाल के निजी सचिव उक्त दोनों युवाओं के विरुद्ध फर्जी मुकदमा दर्ज कर पुलिस उल्टे उन्हीं युवाओं पर मुकदमा दर्ज कर लेती है।
बॉबी पंवार ने पूर्व में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के देहरादून दौरे के दौरान देहरादून की वीआईपी रोड राजपुर रोड पर हुई करोड़ों रुपए की लूटपाट पर भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह खड़े किए और डीजीपी से स्थिति स्पष्ट करने को कहा कि बताएं कि अब तक कितने करोड़ रुपए की लूटपाट बरामद की।
बॉबी पंवार ने कार्यवाहक डीजीपी की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़े किए और कहा कि जब सरकार द्वारा इस तरह कानून व्यवस्था की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को काम कार्यवाहक डीजीपी के हाथों में सौंपी जाएगी तो उनसे सकारात्मक परिणाम की अपेक्षा भी नहीं की जा सकती और यदि उनकी कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाए जाते हैं तो वह बाहर से कुछ तथाकथित नेताओं को अपना प्रवक्ता बनाकर उल्टे हम पर दोष मढ देते हैं।
बॉबी पंवार ने आईएसबीटी बस अड्डे पर हुए किशोरी के साथ गैंगरेप पर भी पुलिस को आड़े हाथों लिया और कहा कि आईएसबीटी के निकट ही पुलिस थाना है लेकिन उस थाने के किसी भी पुलिसकर्मी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई । उत्तराखंड पुलिस निर्दोष लोगों पर मुकदमे दर्ज कर डराने का काम कर सकती है किंतु दोषियों पर कार्यवाही करने की हिम्मत उत्तराखंड पुलिस में नजर नहीं आती।
बॉबी पंवार ने कहा कि पुलिस काशीपुर के युवा आयुष रावत, देहरादून के बिट्टू वर्मा एवं अन्य पर सिर्फ फर्जी मुकदमा कर सकती है किंतु डीएवी कॉलेज में डीजीपी को अपना प्रदेश का बताकर बिट्टू वर्मा से मारपीट करने वाले युवाओं के नाम,पता सबकुछ बताने के बावजूद भी उनके खिलाफ कार्यवाही न होना पुलिस की नाकामी को दर्शाता है।
बॉबी पंवार ने आरटीआई विशेषज्ञ विकेश नेगी को जिला बदर करने पर भी पुलिस को जमकर घेरा ओर कहा कि अगर पुलिस में हिम्मत है तो जो तथ्य विकेश नेगी ने प्रस्तुत किए हैं उन पर अमल करे और पूर्व मेयर सुनील उनियाल गामा और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी की संपत्ति की निष्पक्ष जांच करे।
बॉबी पंवार ने मुख्यमंत्री को कामचोर बताने वाले काशीपुर के युवा का समर्थन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री वाकई कामचोर हैं क्योंकि पूर्व में उनके द्वारा गैरसैंण सदन में युवाओं पर दर्ज मुकदमे वापस करने की बात कही गई थी किंतु उत्तराखंड पुलिस द्वारा विभिन्न पदों पर चयनित हो चुके युवाओं के मुकदमे अभी तक वापस नहीं हुए हैं।
बॉबी पंवार ने उत्तराखंड पुलिस पर नकल रोधी कानून का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया और कहा कि जब बिट्टू वर्मा पूरे तथ्यों के आधार पर आरोप लगा रहे हैं तो उन पर मुकदमे लिखे जा रहे हैं जबकि पुलिस एस आई भर्ती परीक्षा में योग्य छात्रों को अयोग्य करार दिए जाने वाले अधिकारियों पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के उपाध्यक्ष राम कंडवाल ने वीडियो प्रस्तुत करते हुए पूर्ण साक्ष्यों के साथ बताया कि कैसे कुलदीप कुमार एवं विपिन गिरी नाम के दो युवाओं को योग्य होने के बावजूद भी अयोग्य करार दिया गया और यदि युवा पुलिस के उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत करने जाते हैं तो उन्हें जेल डालने की धमकी दी जाती है।
इस मौके पर उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रदेश सहसंयोजक सुशील कैंतूरा ,बिट्टू वर्मा, संजय सिंह भी मौजूद रहे।