हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। अपने हल्द्वानी शहर में यूं तो कई ऐसी दिक्कतें हैं जिनसे आम आदमी का पाला हर रोज पड़ता है। सोया हुआ सिस्टम, प्रशासन और सरकारी विभागों के अधिकारी सब कुछ देखते हुए भी अंजान बने रहने में भलाई समझते हैं।
यूं कह लीजिए कि बस किसी तरह शहर की गाड़ी चल रही है। दौड़ती भागती जिंदगी के बीच निजी परेशानियों से घिरे आम आदमी को भी अब मानो सार्वजनिक जीवन की समस्याओं से दो चार होने की आदत सी हो चली है। ऐसे में समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाना तो बहुत दूर की बात है।
लेकिन बीते रोज हल्द्वानी में जो घटा, उसने ये साबित कर दिया कि अगर आम आदमी सतर्क और जागरूक हो जाए तो सोए हुए सरकारी सिस्टम को आसानी से जगाया जा सकता है। अब पूरी खबर जान लीजिए।
दरअसल, नैनीताल रोड पर तिरंगा पार्क से कुछ दूरी पर सड़क किनारे हाईटेंशन लाइन के पोल के जमीन का हिस्सा कई दिनों से पूरी तरह से जंग खाकर गल गया था। जिसके बाद खतरे का सबब बना यह पोल पूरी तरह से हवा में झूलने को तैयार था।
ऐसा नहीं है कि हादसे का सबब बने इस विद्युत पोल पर आते जाते तथाकथित समाजसेवियों की नजर न पड़ी हो लेकिन किसी ने भी इस जानलेवा विद्युत पोल को तवज्जो नहीं दी।
शनिवार देर शाम व्यापारी नेता दलजीत सिंह दल्ली वॉक के दौरान जब नैनीताल रोड से गुजर रहे थे तब उनकी निगाह यकायक हादसे का सबब बने इस बिजली के पोल पर पड़ी।
फिर क्या था व्यापारी नेता ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन किया और विद्युत विभाग के अधिकारियों की आंखें खोलने के लिए हादसे का सबब बने विद्युत पोल का वीडियो बना डाला।
व्यापारी नेता दलजीत सिंह दल्ली ने “प्रेस15 न्यूज” से खास बातचीत में बताया कि उन्होंने विद्युत विभाग के उच्चाधिकारियों को व्हाट्सएप के माध्यम से मामले की शिकायत देर रात करीब 11:15 बजे की थी।
जिसके बाद रविवार सुबह करीब 10:30 बजे से विद्युत विभाग के कर्मचारी पोल शिफ्ट करने की कवायद में जुट गए। उम्मीद है कि अगले कुछ घंटों में इस स्थान पर नया विद्युत पोल लग जाएगा और अब कम से कम इस सड़क से गुजरने वालों के सिर के ऊपर मौत का करंट नहीं झूलेगा।
जागरूक और जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाने वाले दलजीत सिंह दल्ली की इस पहल की जानकारी जैसे ही लोगों को मिली तो उन्हें बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया। हर कोई कहता नजर आया कि अगर इसी तरह शहर के बाकी लोग भी जागरूकता और हिम्मत दिखाएं तो हल्द्वानी के सोए हुए सिस्टम और जिम्मेदार अधिकारियों को जगाना आसान हो जाएगा।
इस खबर को लिखते वक्त जाने माने कवि दुष्यंत कुमार की रचना बरबस ही याद आ गई…..
हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए, इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए… आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी, शर्त लेकिन थी कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए…हर सड़क पर, हर गली में, हर नगर, हर गाँव में, हाथ लहराते हुए हर लाश चलनी चाहिए… सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, सारी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए… मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही, हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए…
देखें वीडियो: कैसे हल्द्वानी की नैनीताल रोड पर झूल रहे थे मौत के तार