

हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। नैनीताल जिले में पर्यटन के नाम पर सड़क पर लगने वाले घंटों जाम ने पर्यटकों के साथ साथ स्थानीय लोगों को भी परेशान कर दिया है। साफ है पर्यटकों के दबाव के बाद बदइंतजामी की इस तस्वीर से जिले की बेहतर छवि बनने के बजाय बिगड़ रही है। ऐसे में हर कोई शासन प्रशासन से बस एक ही सवाल कर रहा है आखिर कैंची धाम मार्ग पर कब तक जाम से निजात मिलेगी?
ऐसे में आज पूर्व केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री व सांसद नैनीताल उधमसिंह नगर अजय भट्ट ने मीडिया को बयान जारी कर थोड़ी राहत जरूर दी है।
सांसद भट्ट ने बताया कि कैंची धाम बाईपास की सभी आपत्तियां दूर हो गई है। 19 किलोमीटर के बाईपास में 8 किमी निर्माण कार्य पूर्व में पूरा हो चुका है और अवशेष 11 किलोमीटर का निर्माण कार्य होना है, जिसमें पहाड़ कटान की निविदा भी आमंत्रित कर दी गई है।
निर्माण कार्य की लागत 450 लाख है, जिसे तीन चरणों में किया जाएगा। प्रथम चरण में पहाड़ कटान एवं 70 मीटर सेतु निर्माण, द्वितीय चरण में दीवार कलमठ निर्माण, तृतीय चरण में डामरीकरण का कार्य होगा। जुलाई माह से कार्य प्रारंभ होकर 18 महीने में पूर्ण किया जाएगा।
सांसद अजय भट्ट ने कहा कि काठगोदाम से अमृतपुर बैंड तक का बाईपास का निर्माण कार्य के लिए पूर्व में वन भूमि हस्तांतरण प्रताव में नोडल कार्यालय वन संरक्षक देहरादून द्वारा क्षति पूरक वृक्षारोपण हेतु आपत्ति लगाई गई थी, जिसके फलस्वरूप पुनः निरीक्षण करते हुए रामनगर के पास डी ग्रेडेड फॉरेस्ट लैंड 7.8 हेक्टेयर क्षतिपूरक वृक्षारोपण हेतु जमीन भी उपलब्ध करा दी गई है। जल्द ही इसका भी निर्माण कार्य प्रारंभ होगा, उन्होंने कहा कि सरकार लगातार इन बाईपास के निर्माण के लिए प्रयासरत है।
सांसद भट्ट ने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों को आने-जाने वाले वाहनों एवं पर्यटकों को इसी मार्ग से भेजते हुए हल्द्वानी काठगोदाम शहर की यातायात व्यवस्था में काफी हद तक सुधार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि काठगोदाम अमृतपुर बाईपास और कैंची धाम बाईपास दोनों अलग-अलग है। जिनका निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। इसके पश्चात कुमाऊं क्षेत्र में आवागमन करने वाले पर्यटकों यात्रियों को काफी सहूलियत होगी।



