हल्द्वानी, प्रेस15 न्यूज। रख हौंसला वो मंजर भी आएगा, प्यासे के पास चलकर समंदर भी आएगा, थक कर न बैठ ए मंजिल के मुसाफिर, मंजिल भी मिलेगी जीने का मजा भी आएगा… इन पंक्तियों में छुपे मर्म को अपनी लगन और मेहनत के दम पर जगमोहन परगांई ने सच साबित कर दिखाया है।
गांव डालकन्या(डेफ्टा), ब्लॉक ओखलकांडा, जिला नैनीताल निवासी जगमोहन परगांई पुत्र किशन चन्द्र परगांई ने संगीत विषय में कुमाऊं विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है।
जगमोहन ने अपना शोध कार्य डॉ. निर्मला जोशी (एसोसिएट प्रोफ़ेसर) संगीत विभाग, एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी के सानिध्य में, कुमाऊं की जागर गाथाओं का सांगीतिक विवेचन: एक विश्लेषणात्मक अध्ययन में किया है।
जगमोहन ने 2013 में कुमाऊं विश्वविद्यालय से गोल्ड मेडल अपने नाम किया। 2014 में उन्होंने नेट जेआरएफ एवं यू-सेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर अपनी प्रतिभा, लगन और मेहनत का परिचय भी दिया।
वर्तमान समय में जगमोहन उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में संगीत के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के पद पर अपनी सेवा दे रहे हैं। जगमोहन इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता पिता तथा गुरुजनों को देते हैं।
प्रेस 15 न्यूज की पूरी टीम की तरफ से असिस्टेंट प्रोफ़ेसर जगमोहन परगांई को बहुत बहुत शुभकामनाएं…