
हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। चमोली जिले के माणा गांव में शुक्रवार सुबह हिमस्खलन में 55 जिंदगियां फंस गई थी।55 में से 50 लोगों को सर्च और रेस्क्यू किया जा चुका है। बाकी पांच लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी है। जो लोग रेस्क्यू किए गए हैं उनको ज्योतिर्मठ लाया जा रहा है। सभी का उपचार किया जा रहा है।
इस हादसे में हल्द्वानी बरेली रोड निवासी दो भाई नरेश बिष्ट और दीक्षित बिष्ट भी फंस गए। दोनों चमोली के मीणा गांव में नौकरी करते हैं।
नरेश बिष्ट के पिता धन सिंह बिष्ट का कहना है कि उनकी बात शुक्रवार शाम 8 बजे नरेश से हुई तो नरेश ने अपना हाल चाल उनको बताया। फिलहाल बेटा और भतीजा दोनों ही ठीक हैं। दोनों ही आर्मी अस्पताल में भर्ती है।
नरेश की माता दुर्गा के कहना है, कि हमारा बेटा बिल्कुल ठीक है और भतीजे से भी बात हुई है दोनों ही बिल्कुल ठीक है। नरेश की माता दुर्गा का कहना है कि नीम करोली बाबा के आशीर्वाद से आज हमारे दोनों बच्चे ही बिल्कुल ठीक हैं।
इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को ज्योर्तिमठ पहुंचे, जहां उन्होंने रेस्क्यू अभियान का जायजा लिया। उन्होंने घटना स्थल का हवाई निरीक्षण भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 55 में से 50 लोगों को सर्च और रेस्क्यू किया जा चुका है। बाकी पांच लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी है। जो लोग रेस्क्यू किए गए हैं उनको ज्योतिर्मठ लाया जा रहा है। सभी का उपचार किया जा रहा है। आवश्कता पड़ने पर उन्हें हायर सेंटर भी रेफर किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आर्मी हास्पिटल में उपचाराधीन मजदूरों से मुलाकात कर हालचाल जाना। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि खोज बचाव कार्य में किसी भी प्रकार के आवश्यक संसाधनों की कमी न हो। जो भी आवश्यकताएं हैं, उनको समय से चिन्हित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार से पूरी मदद मुहैया कराई जा रही है।
इस मौके पर जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि कल सुबह छह बजे करीब माणा पास के निकट हिमस्खलन हुआ। वहीं पर बीआरओ के 57 मजदूर कंटेनरों में रहते थे, जिनमें से दो मजदूर छुट्टी पर थे।
55 मजदूरों की तेजी से खोजबीन करते हुए आईटीबीपी, सेना ने अब तक 50 लोगों का रेस्क्यू कर लिया है। केन्द्र सरकार व राज्य सरकार की ओर से चार हेलीकॉप्टर भेजे गए हैं, जिनकी मदद से अभी तक 25 मजदूरों को ज्योर्तिमठ लाया गया है। इनमें से चार मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं। उनका आर्मी अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सकों की देख रेख में इलाज चल रहा है।
जिलाधिकारी ने आईटीबीपी और आर्मी द्वारा किए गए रेस्क्यू अभियान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की 28 सदस्यीय टीम भी घटना स्थल पर पहुंच चुकी है। उन्हें काफी अनुभव है जिस तरह रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है, बाकी मजदूरों को जल्द रेस्क्यू कर लिया या जाएगा।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार, अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश, एसडीएम चन्द्रशेखर वशिष्ठ व एसीएमओ एमएस खाती मौजूद रहे।
