हल्द्वानी में बेलबाबा मंदिर के पास फिटनेस सेंटर से भागे दलाल और बाउंसर, जब पहुंचे बड़े साहब… VIDEO

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। हल्द्वानी के तमाम सरकारी विभागों में लंबे समय से रिश्वतखोरी का खेल जारी है। भला हो विजिलेंस का जो बीच बीच में काली कमाई के इन दलालों को पकड़ लेती है।

जिला विकास प्राधिकरण के हल्द्वानी दफ्तर में तैनात जेई अंकित बोरा की करतूत उजागर होने के बाद आज दोपहर कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने रामपुर रोड पर बेलबाबा मंदिर के पास आरटीओ की निगरानी में संचालित उत्तराखंड परिवहन विभाग के फिटनेस सेंटर में छापा मारा।

इस वाहन फिटनेस सेंटर का संचालन कर रही प्राइवेट संस्था के कर्मचारियों और बाउंसरों ने बीते रोज वाहन फिटनेस के नाम पर वाहन स्वामी और उसके साथी के साथ मारपीट की थी। जिससे वाहन स्वामियों के साथ आमजन में भी रोष था।

आरोप था कि फिटनेस सेंटर के कर्मचारियों ने रिश्वत न देने पर वाहन में खामी निकाल दी। जिसके वाहन स्वामी ने विरोध किया तो बात फिटनेस सेंटर के कर्मचारियों और बाउंसर ने बुरी तरह से उन्हें मारा पीटा। फिटनेस सेंटर की मनमानी और अराजकता मीडिया की सुर्खियां बनीं तो हड़कंप मच गया। ट्रक यूनियन और ट्रांसपोर्ट कारोबारियों ने भी जोरदार विरोध किया।

बताते चलें कि आरटीओ की देखरेख में संचालित यह फिटनेस सेंटर लंबे समय से भ्रष्ट्राचार का गढ़ बना हुआ है। यहां फिटनेस के नाम पर अवैध वसूली की शिकायतें आम हैं लेकिन आज दिन तक आरटीओ की ओर से भ्रष्ट्राचार के इस गढ़ में कार्रवाई करने का समय नहीं मिला।

वहीं, सड़क पर वाहनों का चालान काटने का समय आरटीओ को कई बार मिला। आलम यह है कि यहां बिना रिश्वत के गाड़ियों की फिटनेस रिपोर्ट पाना असम्भव होता है। पैसा देकर अनफिट गाड़ी का फिटनेस सर्टिफिकेट यहां आसानी से मिल जाता है। और अतिरिक्त पैसा न दो तो आपका वाहन फिटनेस में कभी पास हो ही नहीं सकता।

जब फिटनेस सेंटर में व्याप्त दलालों के आतंक की खबर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तक पहुंची तो आज कुमाऊं आयुक्त ने इस फिटनेस सेंटर में छापा मार दिया।

आयुक्त के छापे की खबर से पहले ही यहां मौजूद दलाल भाग खड़े हुए। इस दौरान आयुक्त के सवालों का जवाब देने में फिटनेस सेंटर के जिम्मेदार बगलें झांकने लगे।

आयुक्त ने आरटीओ संदीप सैनी को रिश्वतखोरी का गढ़ बने फिटनेस सेंटर को लेकर आरटीओ संदीप सैनी से नाराजगी जताते हुए नोटिस जारी किया है। साथ ही फिटनेस सेंटर के सीसीटीवी फुटेज के एक महीने के डेटा के साथ जल्द कैंप कार्यालय में उपलब्ध कराने को कहा है।

इतना ही नहीं आयुक्त ने विजिलेंस के नंबर 1064 के बोर्ड भी फिटनेस सेंटर में लगाने के निर्देश दिए, ताकि अगली बार कोई वाहन फिटनेस के नाम पर किसी वाहन स्वामी से रिश्वत मांगे तो वो तत्काल विजिलेंस से शिकायत कर सके।

बताते चलें कि कुछ दिन पहले शहर के एक नामी स्कूल के मालिक का भी स्कूल बसों के फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए इसी फिटनेस सेंटर से पाला पड़ा था। तब स्कूल मालिक से भी फिटनेस में पेंच फंसाकर रिश्वत की मांग की गई। हालाकि प्रभावशाली व्यक्ति होने की वजह से स्कूल मालिक ने तत्काल आरटीओ को फोन घुमाया और मनमानी की शिकायत की। जिसके बाद उनकी सभी गाड़ियां आराम से फिटनेस प्रमाण पत्र पा गईं।

लेकिन सवाल उठता है जो लोग आम हैं उनका क्या होगा। जो वाहन स्वामी गांव पहाड़ में किसी तरह गाड़ी चलाकर अपनी रोजी रोटी खा कमा रहे हैं, वो फिटनेस के नाम पर कैसे रिश्वत देंगे? आखिर नियमों का हवाला देने और भारी भरकम चालान काटने वाले आरटीओ इस अंधेरगर्दी पर लंबे समय से चुप क्यों थे?  ऐसे में हल्द्वानी आरटीओ की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए।

कुमाऊं आयुक्त ने फिटनेस सेंटर की मनमानियों पर कुछ ऐसी ली क्लास (वीडियो)

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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