

हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। कुमाऊं भर में अवैध वसूली और नैनीताल में टोल और पार्किंग उत्पीड़न के खिलाफ टैक्सी यूनियन अब आरपार के मूड में हैं।
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महासंघ टैक्सी यूनियन के आह्वाहन पर कल यानी 10 अप्रैल को हल्द्वानी में कुमाऊं भर के व्यावसायिक वाहनों से जुड़ी यूनियन एकजुट होने जा रही हैं। जिसके बाद 12 अप्रैल से कुमाऊं भर में टैक्सी और मैक्सी वाहनों के पहिए थामने का निर्णय लिया जाएगा।
यह बात प्रेस 15 न्यूज से महासंघ टैक्सी यूनियन कुमाऊं मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज भट्ट ने कही।
मनोज भट्ट ने कहा कि हम हड़ताल नहीं कर रहे हैं लेकिन अब हम टैक्सी चलाने की स्थिति में भी नहीं हैं। कुमाऊं भर के 80 हजार परिवार जो टैक्सी चलाकर आजीविका चला रहे हैं ।
आज पुलिस, प्रशासन और परिवहन विभाग के उत्पीड़न से इस कदर परेशान हो चुके हैं कि इस व्यवसाय को छोड़ने को मजबूर हैं। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। यही वजह है कि सोए हुए शासन प्रशासन को जगाने के लिए 12 अप्रैल से टैक्सियों के पहिए थामने पर मजबूर हैं।
महासंघ टैक्सी यूनियन कुमाऊं मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज भट्ट ने कहा कि अगर शासन प्रशासन ने टैक्सी चालकों का उत्पीड़न बंद नहीं किया तो हल्द्वानी से नैनीताल और भीमताल भवाली से कैंची धाम के लिए चल रही शटल सेवा को भी ठप कर दिया जाएगा।जिसकी पूरी जिम्मेदारी नैनीताल जिला प्रशासन और परिवहन विभाग की होगी।
मनोज भट्ट ने कहा कि आज टैक्सी व्यवसाय से जुड़े लोगों के पास गाड़ी खड़ी करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं है। ऐसे में आम यात्रियों को होने वाली असुविधा के लिए हम खेद प्रकट करते हैं। अब शासन प्रशासन ही तय करे कि 80 हजार टैक्सी चालक घर बैठें या रोजगार कर अपना परिवार की गुजर बसर करे।
उन्होंने कहा कि कभी फिटनेस तो कभी यातायात नियमों की आड़ में टैक्सी चालकों से अवैध वसूली की जा रही है। इसका उदाहरण देखना है तो नैनीताल की माल रोड में देखा जा सकता है जहां परमिट के नाम पर 1000 रुपए से लेकर 2500 रुपए तक वसूली की जा रही है। एसएम कोई टैक्सी चालक कैसे अपना परिवार पाल सकता है जब सारी कमाई ही वसूली और दूसरे खर्चों में निकल जाएगी।



