बड़ी खबर: जेल में बंद दुष्कर्म के आरोपी मुकेश बोरा के साथ मिलकर दुग्ध संघ के टेंडरों में खेला करने वाले अधिकारी पर गिरी गाज

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। जेल में बंद दुष्कर्म के आरोपी नैनीताल-लालकुआं दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा के बाद अब एक और घपलेबाज अधिकारी पर गाज गिरी है। राज्यपाल के आदेश पर पशुपालन विभाग ने लालकुआं दुग्ध संघ के पूर्व जीएम और वर्तमान में सहायक निदेशक निर्भय नारायण सिंह को निलंबित कर दिया है।

निर्भय नारायण सिंह को मुकेश बोरा का खास माना जाता है। यही वजह है कि मुकेश बोरा की सरपरस्ती में बतौर जीएम निर्भय नारायण सिंह ने टेंडरों में जमकर खेला किया। जाहिर तौर पर इसका खामियाजा कहीं न कहीं दुग्ध उत्पादकों और उपभोक्ताओं को उठाना पड़ा। अभी लालकुआं दुग्ध संघ में ऐसे लोग महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों में बने हुए हैं जिन्हें दुष्कर्म के आरोपी मुकेश बोरा के खासमखास माना जाता है। अब उन तक कब पशु पालन विभाग के जिम्मेदारों की नजर पड़ेगी, यह देखना होगा।

फिलहाल टेंडर में खेला करने वाले तत्कालीन जीएम निर्भय नारायण सिंह के बारे में ताजा अपडेट जानिए।

निलम्बन अवधि में निर्भय नारायण सिंह  निदेशक डेरी विकास विभाग उत्तराखण्ड हल्द्वानी के कार्यालय से सम्बद्ध रहेंगे।

पशुपालन विभाग के आदेश के अनुसार, निर्भय नारायण सिंह, सहायक निदेशक, तत्कालीन सामान्य प्रबंधक, दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, लालकुआं जनपद नैनीताल द्वारा दुग्ध संघ, लालकुआं नैनीताल में की गयी विभिन्न कार्यों की निविदाओं में उत्तराखण्ड अधिप्राप्ति नियमावली, 2017 के नियम सं0-10(1), 10(3), 10 (5) एवं 10 (2) का उल्लंघन करते हुए, लगभग रू० 30,04,480.00 (लगभग रू० तीस लाख चार हजार चार सौ अस्सी मात्र) की शासकीय क्षति एवं वित्तीय अनियमितताए की गयी है, जिसके लिये इनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही प्रस्तावित है। निर्भय नारायण सिंह, सहायक निदेशक को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया जाता है।

निलम्बन की अवधि में निर्भय नारायण सिंह को वित्तीय नियम संग्रह खण्ड-2 (भाग 2 से 4) के मूल नियम 53 के प्राविधानों के अनुसार जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि अर्द्धवेतन पर देय अवकाश वेतन की राशि के बराबर देय होगी तथा उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि पर मंहगाई भत्ता, यदि ऐसे अवकाश वेतन पर देय है, भी अनुमन्य होगा।

किन्तु ऐसे अधिकारी को जीवन निर्वाह के साथ कोई मंहगाई भत्ता देय नही होगा, जिन्हें निलम्बन से पूर्व प्राप्त वेतन के साथ मंहगाई भत्ता अथवा मंहगाई भत्ते का उपान्तिक समायोजन प्राप्त नही था। निलम्बन के दिनांक को प्राप्त वेतन के आधार पर अन्य प्रतिकर भत्ते भी निलम्बन की अवधि में इस शर्त पर देय होंगे, जब वह समाधान हो जाय कि उनके द्वारा उस मद में व्यय वास्तव में किया जा रहा है, जिसके लिए उक्त प्रतिकर भत्ते अनुमन्य है।

उल्लिखित मदों का भुगतान तभी किया जायेगा जबकि निर्भय नारायण सिंह इस आशय का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें कि वह किसी अन्य सेवायोजन, व्यापार, वृत्ति व्यवसाय में नही लगे है।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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