हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। गर्मियों के सीजन में जल स्रोतों और नदियों के जलस्तर में लगातार गिरावट आ रही है। जिससे मैदान जिलों के साथ साथ पहाड़ी इलाकों में पेयजल की समस्या निरतंर बढ़ती जा रही है। जमरानी बांध का झुनझुना ऐन चुनाव के वक्त बजता है और चुनाव बीतने के बाद बांध का सपना दिखाने वाले गायब हो जाते हैं।
ऐसे में हर साल की तरह इस साल भी गर्मी शुरू होते ही जिलेभर से पेयजल की किल्लत खबरें आना शुरू हो चुकी है। कहीं ट्यूबवेल की मोटर फूंकने से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं तो कहीं सरकारी टैंकर के पीछे बाल्टी भरने के चक्कर में पड़ोसी आपस में भिड़ रहे हैं। इन सब खबरों के बीच आज दोपहर जिला प्रशासन की ओर से पानी बचाने और दुरुप्रयोग रोकने का फरमान जारी हो गया है।
हल्द्वानी शहर और जिले के दूसरे शहरों में पेयजल की बढ़ती समस्या से निपटने के लिए जिलाधिकारी ने जल संस्थान के अधिकारियों को नए जल संयोजनों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने और पूर्व स्वीकृत भवन निर्माण हेतु जल संयोजनों पर भवन निर्माण प्रतिबन्धित करने के निर्देश दिए हैं।
मीडिया को जारी प्रेस नोट में जिलाधिकारी की ओर से कहा गया है कि सर्विस सेंटरों पर वाहनों की धुलाई पर तत्काल प्रभाव से रोक रहेगी। केवल ड्राई वाश (Dry Wash) की अनुमति रहेगी।
इस दौरान अगर किसी सर्विस सेंटर में पानी से वाहनों की धुलाई होती पाई तो दण्डात्मक कार्यवाही के साथ जल संयोजन विच्छेदित किया जाएगा। डीएम ने कहा कि सर्विस कनैक्शन में सीधे टुल्लू पम्प का प्रयोग प्रतिबन्धित रहेगा। ऐसा पाये जाने पर टुल्लू पम्प जब्त कर जल संयोजन काटने की कार्यवाही की जाएगी। पेयजल का उपयोग सिंचाई, धुलाई आदि कार्यों में प्रतिबन्धित रहेगा।
इसके अतिरिक्त डीएम ने छत की टंकियों से पानी गिरता पाए जाने पर दण्डात्मक कार्यवाही और जल संयोजन विच्छेदित करने के भी निर्देश दिए हैं।
डीएम ने कहा कि मुख्य वितरण पाईप लाईनों में लीकेज होने की दशा में लीकेजों को तत्काल बन्द करवाया जाए। किसी भी पेयजल लाईन में लीकेज पाया जाता है तो जल संस्थान के सम्बन्धित अधिकारी की जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
जिला प्रशासन के इस सरकारी आदेश के बीच आपको यह भी बता दें कि जिस वक्त जिलाधिकारी का यह आदेश सूचना विभाग के माध्यम से मीडिया तक पहुंचा उस वक्त तक हल्द्वानी की नैनीताल रोड, रामपुर रोड, कालाढूंगी रोड और बरेली रोड में धड़ल्ले से सर्विस सेंटरों पर गाड़ियों की धुलाई धड़ल्ले से जारी थी। यानी वाहनों की धुलाई के नाम पर बेतहाशा पानी बर्बाद हो रहा था। तो वहीं हल्द्वानी के आसपास के कई इलाकों में लोग पानी की आस में नल की तरफ टकटकी लगाए भी थे।
ऐसे में अब देखना होगा कि जिलाधिकारी का यह आदेश गर्मी के इस सीजन में कितना प्रभावी रहता है? क्या वाकई जिला प्रशासन और जल संस्थान के अधिकारी पेयजल को बर्बाद करने वालों के खिलाफ कोई सख्त एक्शन लेंगे? क्या इस गर्मी हल्द्वानी के लोगों को हर बार की तरह पेयजल किल्लत से जूझना पड़ेगा? ऐसे तमाम सवाल हैं जिनका जवाब हल्द्वानी समेत जिले भर के लोग जिला प्रशासन से मांग रहे हैं।