हल्द्वानी के माता पिता ध्यान दें: बच्चे पैदा करें आप और गर्त में धंसने से बचाए पुलिस! ऐसा कब तक चलेगा?

खबर शेयर करें -

हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। अगर आप अभिभावक हैं तो अपने लाडले बेटे और बेटियों की दिनचर्या, गतिविधियों और व्यवहार पर नजर रखिए। जरा सा भी चुके तो समझ लीजिए आपकी औलाद नशे के गर्त में डूबी मिलेगी।

ऐसा हम आपको डराने या परेशान करने के लिए नहीं कह रहे हैं बल्कि समय रहते सचेत रहने और अभिभावक के तौर पर आपकी जिम्मेदारी का एहसास कराने के लिए कह रहे हैं। क्योंकि ये तय है एक बार आपका लाडला या लाडली नशे के गर्त में फंसे तो आपके पास सिवाय पछताने के कोई विकल्प नहीं बचेगा।

अगर आप हल्द्वानी शहर क्षेत्र या फिर हल्द्वानी के किसी भी कोने में रहते हैं तो यह जान लीजिए कि आपके स्कूल, कॉलेज और नौकरी करने वाले बच्चों को नशे का आदि बनाने के मिशन में कई शॉर्टकट में पैसा बनाने वाले तस्कर अपने घरों से निकले हैं। हालाकि सच यह भी है कि नशा तस्करों के इस चंगुल से आज शायद ही उत्तराखंड का कोई शहर गांव बच पाया हो।

शुरू में शौक शौक और दोस्तों की संगत में आपका लाडला और लाडली नशे के इंजेक्शन, स्मैक, अफीम, चरस को लेते हैं और कुछ ही दिनों बाद नशा उनको अपना आदि बना लेता है। और यहीं से नशा तस्करों का प्लान कामयाब होता है।

आपके लाडले और लाडली को नशे की गिरफ्त में फंसाकर नशे के तस्कर उनसे मनमाफिक पैसा लेते हैं और एक दिन आपका लाडला या लाडली नशे के लिए पैसा जुटाने के लिए अपराधी तक बन जाते हैं।

ज्यादा पीछे मत जाइए, अभी 10 दिन पहले ही प्रेस 15 न्यूज ने आपको खबर बताई थी कि किस तरह से नशे के आदि एक सम्पन्न परिवार के युवक ने सुशीला तिवारी अस्पताल के पांच डॉक्टरों के बैग, लैपटॉप तक चुरा लिए थे।

करीब एक महीने पहले ही आरटीओ ऑफिस के पास 23 साल के एक युवक की लाश मिली, जो लंबे समय से नशे का आदि था। ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं जहां माता पिता की अनदेखी से बच्चों ने नशे के गर्त में धंसकर अपने जीवन को खत्म किया और माता पिता को कभी न भूलने वाला दुख दे गए।

इसलिए हम आपसे यही निवेदन कर रहे हैं कि पैसा कमाना है खूब कमाइए। इतनी महंगाई में घर कैसे चलेगा…कहकर माता पिता दोनों पैसा कमाने के लिए घर से निकलिए लेकिन अगर औलाद पैदा की है तो उसके लिए भी समय से समय जरूर निकालिए।

कम से कम बच्चे के रूटीन और व्यवहार को नोटिस कीजिए। पैसा तो आप कमा ली लेंगे लेकिन एक बार औलाद हाथ से निकली तो फिर सिवाय पछताने के कुछ नहीं बचेगा।

नैनीताल पुलिस से नशा तस्करों के खिलाफ जो बन पड़ रहा है, कर रही है। इन दिनों हल्द्वानी सीओ नितिन लोहनी के निर्देशन में हल्द्वानी के तमाम स्कूल कॉलेज  में नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन यह कोशिश तभी रंग लाएगी, जब नशे के खिलाफ इस अभियान में माता पिता और परिवार का भी साथ मिले।

अब देखिए न नशे के खिलाफ माता पिता को जागरूक करने और युवा पीढ़ी को बचाने के बात करते करते आपको असल खबर ही नहीं बता पाए।

दरअसल, बीते रोज ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में धान मिल चौराहे के पास चेकिंग के दौरान जब पुलिस ने एक बाइक सवार को रोका तो अचानक पीछे बैठे युवक ने बाइक से उतरकर दौड़ लगा दी। ऐसे में जब बाइक चला रहे युवक की तलाशी ली गई तो उसकी जेब से नशे के 54 इंजेक्शन बरामद हुए। जिन्हें वो हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में ठिकाने लगाने के जा रहा था।

नशे के इस तस्कर की पहचान गुलफाम पुत्र चमन अली के तौर पर हुई है। जो वर्तमान में हल्द्वानी के गौजाजाली क्षेत्र में रह रहा था और मूलरूप से इस्लामनगर वार्ड नंबर 6, तकिया वाली मस्जिद के पास, गदरपुर, उधम सिंह नगर का रहने वाला है।

आरोपी गुलफाम के खिलाफ थाना हल्द्वानी पर एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई हुई है। नशे की तस्करी में प्रयुक्त बाइक यूके05 ए 1723 और मौके से फरार दूसरे नशा तस्कर अभिषेक आर्या का मोबाइल फोन बरामद हुआ है।

कुल मिलाकर नशा तस्कर की यह गिरफ्तारी हल्द्वानी के हर उस मां बाप की आंख खोलने के लिए है, जिसने बच्चे तो पैदा किए लेकिन उनकी परवरिश के प्रति बेपरवाह हो गए। जो नशा तस्कर आज सलाखों के पीछे है, वह भी कुछ दिन में जेल से छूट जाएगा, फिर यही काम करेगा। न जाने कितने ही नशा तस्कर अभी भी हल्द्वानी में घूम दे होंगें लेकिन उन्हें दोष देने से कोई फायदा नहीं।

माता पिता के तौर पर जब आप अपनी औलाद को सही परवरिश देंगें और नशे के दुष्प्रभावों के खिलाफ समय से जागरूक करेंगे तो इन नशा तस्करों की कमर अपने आप ही टूट जाएगी।

याद रखिए नैनीताल पुलिस ने आपके भटके बेटा बेटी को नशे के गिरफ्त से बचाने का ठेका नही लिया है, यह जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ माता पिता की है।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0

संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

सम्बंधित खबरें