रानीखेत, प्रेस 15 न्यूज। उत्तराखंड में एक के बाद एक भाजपा नेताओं की करतूत चर्चाओं का केंद्र बनी हुई है। सल्ट में भाजपा मंडल अध्यक्ष भगवत बोरा और लालकुआं में भाजपा नेता और नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा के दुष्कर्म प्रकरण सामने आने के बाद अब रानीखेत भाजपा विधायक प्रमोद नैनवाल चर्चाओं में आ गए हैं।
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एसएसबी ने रानीखेत भाजपा विधायक प्रमोद नैनवाल के भाई सतीश नैनवाल के कब्जे से 7.65 एमएम के अवैध 40 जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
रानीखेत से भाजपा विधायक प्रमोद नैनवाल के भाई सतीश नैनवाल को भारत-नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी ने 40 अवैध कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है।
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भारत नेपाल बॉर्डर पर बनबसा में रानीखेत विधायक प्रमोद नैनवाल के छोटे भाई सतीश नैनवाल और उसके ड्राइवर को अवैध कारतूस के साथ एसएसबी ने गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को बनबसा पुलिस को सौंप दिया गया है।
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ऐसे में सवाल उठ रहे हैं क्या भाजपा के नेताओं ने उत्तराखंड में पार्टी को शर्मसार करने का बीड़ा तो नहीं उठा लिया है। क्योंकि भाजपा नेताओं की शर्मनाक करतूत सामने आने के बाद हर बार निशाने पर राज्य के मुखिया मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं।
भाजपा नेताओं के काले कारनामे सामने आने के बाद भले ही पार्टी दागदार चरित्र वालो से किनारा कर रही हो लेकिन कहीं न कहीं पार्टी की छवि धूमिल हो रही है। वो भी तब जब देश भर के साथ साथ उत्तराखंड में भाजपा आलाकमान सदस्यता अभियान चलाए हुए है।