हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। बड़े बुजुर्ग ठीक ही कहा करते हैं कि जितनी चादर है उतने पांव फैलाइए। दुनिया की देखा देखी या दिखावे के चक्कर में अपनी जिंदगी के सुकून को मत खोइए।
हम ये नहीं कह रहे हैं कि आप नित नए सफलता के सोपान मत चढ़िए, लेकिन सफलता पाने के लिए किन जरियों का इस्तेमाल कर रहे हैं, बस इसका ख्याल रखिए। अपनी मेहनत और नेक इरादे पर यकीन कर जिंदगी जीना ही बेहतर है। और और के चक्कर में अपनी और अपनों की जिंदगी नर्क मत बनने दीजिए।
अब देखिए ना, बेतालघाट के सौरभ का क्षेत्र के ही बाजार में फर्नीचर का कारोबार चल रहा था। एक दिन अपने काम को और आगे बढ़ाने की ख्वाहिश सौरभ के मन में जागी। लेकिन समस्या थी कि पैसों का इंतजाम कैसे होगा।
अचानक सौरभ के दिमाग ने गूगल आया और उसने फौरन अपने फोन में लोन के लिए सर्च किया। जैसे ही सौरभ ने लोन शब्द टाइप किया तो लोन देने वाली खबरों और लिंकों की मानो लाइन लग गई। लेकिन सौरभ को लोन की राह आसान नजर नहीं आई।
इस बीच 15 मार्च को अचानक एक टोल फ्री नम्बर से सौरभ के पास लोन के सम्बन्ध में एक फोन आता है। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को पैसा बाजार डॉट कॉम का कर्मचारी बताते हुए 50 लाख का लोन आसानी से दिलाने की बात कही। जिस पर सौरभ के मन में खुशी के लड्डू फूट गए। लेकिन सौरभ को क्या पता था कि ये खुशी ज्यादा दिन की नहीं है। सौरभ को ये आभास ही नहीं था कि वो लोन के नाम पर कंगाल होने जा रहा था।
28 मार्च तक सौरभ ने प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 4 लाख 90 हजार रुपए उस ठग को गूगल पे के माध्यम से ऑनलाईन ट्रांसफर भी कर दिए।
लेकिन इस बीच लोन दिलाने का सपना दिखाने वाले ठग का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया, तब जाकर सौरभ को पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। सोच सकते हैं उस दौरान सौरभ पर क्या बीती होगी। लोन के चक्कर में खुद की मेहनत के लाखों रुपए भी डूब गए।
किसी तरह हिम्मत करके 21 मई को बेतालघाट के बोहरा कालोनी निवासी सौरभ बोहरा पुत्र स्व. देवेन्द्र सिंह बोहरा ने थाने में पूरे मामले की लिखित शिकायत की।
बहरहाल, 28 मई को ठग आयुष कुमार गुड़गांव से गिरफ्तार हो चुका है। लोन का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाला शातिर ठग आयुष कुमार पुत्र राजेश कुमार, हाउस नंबर 214/492/30 डी ब्लॉक, राजेन्द्र पार्क, गुड़गांव हरियाणा का रहने वाला है।
पुलिस पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि वह दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर चुका है और वर्तमान में ऑनलाइन सीए की पढ़ाई कर रहा है। करीब छह महीने से उसे एविएटर बैटिंग एप के जरिए ऑनलाइन जुए की लत लग गई थी, इस कारण वह अपने और दोस्तों के पैसे जुए में हार गया था।
आरोपी ठग ने बताया कि वह पूर्व में Paisa bazaar.com कम्पनी में नौकरी कर चुका था, इसलिए उसने लोन के बारे में ऑनलाइन जानकारी लेने वाले व्यक्तियों का डाटा लेकर बेतालघाट के सौरभ से सम्पर्क किया और खुद को Paisa bazaar.com का कर्मचारी बताकर लोन की प्रोसेसिंग फीस के नाम पर करीब 4 लाख 90 हजार रुपए गूगल पे के माध्यम से अपने खाते में डलवा लिए।
फिलहाल आरोपी ठग बेतालघाट पुलिस की गिरफ्त में है। अब यह तो वक्त ही बताएगा कि बेतालघाट पुलिस हरियाणा के ठग से पीड़ित सौरभ बोहरा के पैसे वापस दिला पाती है या पहाड़ के युवा की मेहनत की कमाई डूब जाती है।
बहरहाल, इस पूरे वाकए के सामने आने के बाद हम तो आपसे यही निवेदन करेंगे कि 5जी के इस दौर में हमेशा सतर्क रहिए। गूगल के बजाय घर के बड़े बुजुर्गों और बड़ों से राय मशवरा करने की आदत डालिए। यकीन मानिए जिंदगी में कभी धोखा नहीं खाएंगे।