हल्द्वानी में कांग्रेस के 26 दावेदार, सबसे भारी ललित जोशी की मेयर दावेदारी, स्वराज आश्रम बना साक्षी

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। मौसम भले ठंड का हो लेकिन हल्द्वानी की राजनीति गर्म है। ओबीसी आरक्षण के बाद अब सामान्य हुई हल्द्वानी नगर निगम की सीट में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में दावेदारों की फौज खड़ी हो गई है।

स्वराज आश्रम में निकाय प्रभारी गोविंद सिंह कुंजवाल के समक्ष दावेदारी का आवेदन रखते ललित जोशी।

सोमवार को जैसे ही हल्द्वानी नगर निगम की सीट सामान्य हुई तो भाजपा और कांग्रेस के ओबीसी नेताओं की दावेदारी को झटका लगा। जिसके बाद दोनों ही पार्टियों के सामान्य प्रत्याशियों की उम्मीदों में भी पंख लग गए।

देखें वीडियो : कांग्रेस के जमीनी नेता ललित जोशी को सुनिए

मंगलवार को शहर से भारतीय जनता पार्टी के सभी संभावित उम्मीदवार देहरादून पहुंच गए। खबर है वहां सभी उम्मीदवारों की प्रदेश नेतृत्व ने नब्ज टटोली।

वहीं मंगलवार के दिन को शुरुआत कांग्रेस पार्टी के संभावित उम्मीदवारों के लिए उम्मीद बनकर आया। कांग्रेस के मटर गली स्थित स्वराज आश्रम कार्यालय में निकाय चुनाव प्रभारी कांग्रेसी दिग्गज गोविंद सिंह कुंजवाल के सामने 26 कांग्रेसियों ने हल्द्वानी के मेयर पद की दावेदारी की। सभी ने बारी बारी से गोविंद सिंह कुंजवाल को अपनी राजनीतिक ताकत का एहसास कराया।

एक सच यह भी है कि इन 26 दावेदारों में 20 नाम ऐसे हैं जिनकी राजनीतिक सक्रियता नगण्य है। कांग्रेस में वो हैं जरूर लेकिन कभी भी शहर ने उन्हें कांग्रेस का झंडा बुलंद करते नहीं देखा। चर्चा तो यह भी कि कभी किसी तो कभी किसी खेमे में शामिल इन कांग्रेसियों ने सिर्फ माहौल बनाने और आत्मशांति के लिए दावेदारी की है।

यह भी देखें वीडियो : कांग्रेस के स्वराज आश्रम जमीनी नेता ललित जोशी को मिला कार्यकर्ताओं का प्यार और समर्थन

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बात अगर मजबूत दावेदारों की करें तो उनमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्य आंदोलनकारी ललित जोशी पहले पायदान पर हैं। दरअसल, कांग्रेस पार्टी में 32 सालों से कई उतार चढ़ाव के राजनीतिक दौर से गुजरने के बाद भी ललित जोशी ने पार्टी का दामन नहीं छोड़ा। बल्कि हर बार निष्ठा से एक समर्पित कार्यकर्ता की तरह पार्टी को आगे बढ़ाने में आहुति दी।

फिर चाहे राज्य निर्माण आंदोलन हो या जमरानी बांध निर्माण आंदोलन हो या फिर रेरा के विरोध में किसान आंदोलन, हर बार ललित जोशी की अगुवाई ने कहीं न कहीं कांग्रेस का झंडा बुलंद किया। भाजपा सरकार के जनविरोधी फैसलों के बाद हर बार ललित जोशी ने सड़क पर निकलने में देरी नहीं की।

कांग्रेस के भीतर खेमेबाजी से दूर ललित जोशी ने हर बार अपने काम से ही खुद को साबित किया। यही वजह है 27 दावेदारों में ललित जोशी की दावेदारी सबसे अलग निखर कर आई।

कांग्रेस के विश्वस्त सूत्र बताते हैं कांग्रेस आलाकमान को भी ललित जोशी की इस जमीनी ताकत का एहसास है। आज स्वराज आश्रम में जिस तरह से सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ ललित जोशी ने इंट्री ली, उससे साफ हो गया कि कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ताओं में ललित जोशी की मजबूत पकड़ है।

निकाय चुनाव प्रभारी कांग्रेसी दिग्गज गोविंद सिंह कुंजवाल भी यह बात साफ कर चुके हैं कि कांग्रेस आलाकमान उसी दावेदार की दावेदारी को फाइनल कटेगा जो जिताऊ हो और भाजपा का मुकाबला करने में सक्षम हो। इतना ही जो दलबदल से दूर एक समर्पित कार्यकर्ता भी रहा हो।

ऐसे में पार्टी के कार्यकर्ता भी मान रहे हैं कि कांग्रेस आलाकमान भी ललित जोशी के नाम पर ही भरोसा जताएगा। क्योंकि ललित जोशी ने पिछले 32 साल में खुद को पार्टी में साबित किया है। कभी भी निज स्वार्थ के चलते पार्टी से बगावत नहीं की।

आज स्वराज आश्रम में भी कांग्रेस के इस जमीनी नेता के अपार समर्थन का एहसास भी कराया। ललित जोशी जैसे ही रामलीला मैदान और मटर गली होते हुए स्वराज आश्रम पहुंचे तो उनके साथ कार्यकर्ताओं का काफिला था। जिनमें बड़ी संख्या में मातृशक्ति और युवा मौजूद रहे। काफी देर तक कांग्रेस का स्वराज आश्रम “ललित जोशी तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं” की गूंज से गुंजायमान रहा।

बात अगर हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र के 60 वार्डों की करें तो यहां 2,42,010 मतदाता हैं। जिनमें अनुसूचित जाति के 26,726 मतदाता हैं, जो कुल जनसंख्या के 9.5 फीसदी हैं।

जनजाति के मतदाता 1937 (0.69 फीसदी) हैं। जबकि ओबीसी की मतदाता 51,789 (18.42 फीसदी) हैं। शेष करीब 70 फीसदी से ज्यादा जनसंख्या सामान्य वर्ग के मतदाताओं की है, जो हर चुनाव में निर्णायक साबित होते हैं।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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