
पंतनगर, प्रेस 15 न्यूज। इस दुनिया से जाते जाते हर मां बाप की आंखें खोल गया 19 साल का नीरज। हर वो मां बाप जो अपने बच्चों को समझे बिना उन पर करियर का बोझ लादते हैं। समाज में अपनी झूठी शान के लिए बच्चों को झोंकते हैं। किच्छा का नीरज कहता रहा कि वो अंग्रेजी में कमजोर है लेकिन फिर भी मां बाप ने उसकी नहीं सुनी। आज नीरज दुनिया छोड़कर जा चुका है।
पंतनगर यूनिवर्सिटी से बीटेक कर रहे छात्र ने छात्रावास में फंदे से लटककर जान दे दी। छात्र के पास से सुसाइड नोट भी मिला है।

मूलरूप से किच्छा के दरऊ निवासी 19 वर्षीय नीरज पुत्र छोटे लाल पंतनगर यूनिवर्सिटी में बीटेक इलेक्ट्रिकल प्रथम वर्ष का छात्र था। वह यूनिवर्सिटी में विपिन सिंह रावत छात्रावास के कमरा नंबर 75 में रहता था। बताया जा रहा है कि नीरज की अंग्रेजी कमजोर थी। ऐसे में वह घरवालों से बीटेक की पढ़ाई करने में असमर्थता जता रहा था।
शुक्रवार सुबह वह क्लास में नहीं गया। जबकि उसके साथ रहने वाले दो छात्र चले गए थे। इसी बीच उसने नायलान की रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
दोपहर करीब एक बजे जब साथी छात्र आए और दरवाजा खटखटया तो अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। यह देख छात्रों ने वार्डन को जानकारी दी। वार्डन ने दरवाजे के ऊपर लगे कांच को तोड़कर देखा तो वह लटका मिला।
आननफानन में पंतनगर यूनिवर्सिटी के सुरक्षा अधिकारी के साथ ही पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर थानाध्यक्ष नंदन सिंह रावत पुलिस कर्मियों के साथ पहुंचे। साथ ही तोड़े गए कांच से हाथ डालकर दरवाजा खोला। जिसके बाद पुलिस ने नीरज के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
