हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। इस कलयुग में भरोसा करें तो करें किस पर? अब देखिए ना, हल्द्वानी में एक बड़े व्यापारी के घर हुई चोरी का पर्दाफाश करने में नैनीताल की पुलिस दिनरात जुटी हुई है।
और बीते रोज जब हल्द्वानी की आरटीओ रोड चौकी पुलिस के जिम्मेदार चोरी के एक आरोपी को पकड़कर लाए तो इस दौरान आरोपी ने बड़ी बेबसी से एक बात कही। आरोपी ने चौकी इंचार्ज और अन्य पुलिस कर्मियों से कहा कि उसे लघुशंका आई है यानि उसे एक नंबर (आम बोलचाल की भाषा में) के लिए जाना है।
इतना सुनना भर था कि पुलिसकर्मियों ने उसे तुरंत इजाज़त दे दी। आखिरकार वो भी तो वर्दी के पीछे इंसान ही हैं। समझते हैं कि लघुशंका करना कितना जरूरी होता है। लेकिन यहीं आरटीओ चौकी के जिम्मेदार मात खा गए। उन्हें क्या पता था कि लघुशंका का तो बहाना था, असल में उस शातिर को रफूचक्कर होना था। और हुआ भी ऐसा ही।
अब आप ही बताइए कोई भरोसा करे तो करे किस पर। यही वजह है कि अधिकतर लोग इंसानों से ज्यादा अब बेजुबानों और परमपिता परमात्मा की शरण और आध्यात्म में ही शांति पा रहे हैं। उनका इंसानों से भरोसा उठ चुका है।
अब देखिए न पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी के दौरान इंसानियत का धर्म निभाया लेकिन अब ड्यूटी में लापरवाही बरतने की बात पर आरटीओ चौकी प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को झटका लग गया।
गम्भीर लापरवाही बरतने पर एसएसपी नैनीताल ने कड़ा रुख अपनाते हुए आरटीओ चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस बलवंत सिंह, अपर उप निरीक्षक सुमित कुमार और कांस्टेबल मनीष कुमार उप्रेती को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
बताते चलें कि आरटीओ चौकी से रविवार देर शाम एक संदिग्ध फरार हो गया था। शहर के एक नामी व्यवसायी के घर चोरी के मामले में पुलिस पूछताछ के लिए आरोपी को पकड़कर लाई थी। लेकिन आरोपी लघुशंका के बहाने नौ दो ग्यारह हो गया।
बीते नवंबर में मुखानी थाने के नजदीक शहर के एक बड़े कारोबारी के घर चोरी हुई थी। इसमें घर में कुछ ही दिन पहले काम पर रखी गई महिला नौकरानी का हाथ सामने आया था। नौकरानी अपने साथियों संग नेपाल भाग गई थी।
मामले में पुलिस की कई टीमें नेपाल में डेरा डाले हुए हैं। मामले में शक के आधार पर पुलिस नेपाल मूल के प्रेम को पूछताछ के लिए आरटीओ चौकी लाई थी। रविवार शाम करीब साढ़े सात बजे लघुशंका के बहाने प्रेम बाहर गया लेकिन वापस नहीं आया। पुलिस ने आसपास ढूंढा लेकिन आरोपी प्रेम न जाने किस गली में गुम हो गया।
एसएसपी ने इस कार्रवाई को कड़ा संदेश बताते हुए सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि भविष्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कहा कि अपनी जिम्मेदारी को सर्वोच्च प्राथमिकता देने और पूरी तत्परता से कार्य करना सुनिश्चित करें अन्यथा लापरवाही बरतने पर कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
अब कप्तान साहब का आदेश है कोई बोले तो क्या बोले लेकिन जिसने भी यह खबर सुनी वो उस नेपाल के शातिर आरोपी को कोस रहे हैं जिसने एक नंबर के बहाने 3 पुलिस वालों को सस्पेंड करवा दिया।